किसान की गला दबा कर हत्या, पेड़ से लटकाया शव
राजगीर : अपराधियों ने महादलित संवर्ग से आने वाले एक किसान की हत्या कर उसे आत्महत्या का रूप दे दिया. किसान की हत्या गला दबा कर शव को पास के एक पेड़ में कपड़े के सहारे टांग दिया गया. हालांकि पुलिस इस प्रकरण को आत्महत्या से जोड़ कर देख रही है. राजगीर एसडीपीओ संजय कुमार […]
राजगीर : अपराधियों ने महादलित संवर्ग से आने वाले एक किसान की हत्या कर उसे आत्महत्या का रूप दे दिया. किसान की हत्या गला दबा कर शव को पास के एक पेड़ में कपड़े के सहारे टांग दिया गया. हालांकि पुलिस इस प्रकरण को आत्महत्या से जोड़ कर देख रही है. राजगीर एसडीपीओ संजय कुमार ने बताया कि हालिया अनुसंधान आत्महत्या की ओर इंगित करता है.
एसडीपीओ ने पूरी जांच के बाद ही कुछ विशेष कहने की बात कही है. घटना के संबंध में बताया जाता है कि बिरचैत गांव निवासी व पेशे से किसान 60 वर्षीय कैलाश चौधरी अपने घर से खेत में पटवन के लिए निकले थे. सुनसान क्षेत्र देख कर अपराधियों नें किसान की हत्या गला दबा कर दी व शव को पास के एक पेड़ में लटका दिया. किसान के वापस घर नहीं लौटने पर परिजन चिंतित हो गये और खोज करनी शुरू कर दी. एक ग्रामीण शव को मुनगा के पेड़ में टंगे होने की सूचना उनके परिजनों को दी. ईंट भट्ठा के पास उनका शव पेड़ में लटका था. घटना की सूचना जैसे ही ग्रामीणों को मिली पूरे गांव में सनसनी फैल गयी.
मृतक की पत्नी ने बताया कि उनके पति बीती रात खेत में पटवन करने करने की बात कह कर घर से निकले थे. सोमवार की सुबह घर वापस आने की बात कही थी. घटना की जानकारी के बाद मौके पर पहुंची संबंधित थाना पुलिस ने मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में पेड़ की टहनी में टंगे शव को नीचे उतार कर पुलिस अभिरक्षा में अंत्यपरीक्षण के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. घटना के बाद परिजनों का रो- रो कर बुरा हाल है. मामले की जांच कर रहे राजगीर एसडीपीओ ने बताया है
कि यह मामला कही से हत्या का प्रतीत नहीं होता है. घटनास्थल से मिले सभी तरह के साक्ष्य पूरी तरह आत्महत्या के संकेत दे रहे हैं. मृतक के परिजनों द्वारा सोमवार की संध्या तक किसी तरह की कोई प्राथमिकी थाने में दर्ज नहीं करायी है. वहीं पत्नी का आरोप है कि उनके पति का एक व्यक्ति से जमीनी विवाद चल रहा था.