महोत्सव में दिखेगी समग्र भारतीय संस्कृति की झलक
बिहारशरीफ : राजगीर महोत्सव में पूरे भारत के संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी. मेला के मुख्य आकर्षण ग्रामश्री मंडप में देश के कई राज्यों से शिल्पी अपने उत्पाद के साथ आयेंगे. इस महोत्सव में कश्मीर सहित देश के अन्य राज्यों के हस्तशिल्पों की भारी मांग होती है. लोग बेसब्री से उनका इंतजार करते हैं. […]
बिहारशरीफ : राजगीर महोत्सव में पूरे भारत के संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी. मेला के मुख्य आकर्षण ग्रामश्री मंडप में देश के कई राज्यों से शिल्पी अपने उत्पाद के साथ आयेंगे. इस महोत्सव में कश्मीर सहित देश के अन्य राज्यों के हस्तशिल्पों की भारी मांग होती है. लोग बेसब्री से उनका इंतजार करते हैं. ग्रामश्री मेले में 164 स्टॉल लगाये जा रहे हैं , जिसमें विभिन्न सरकारी विभागों के तीस स्टॉल होंगे. अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के भी 41 स्टॉल होंगे.
जिनमें अल्पसंख्यक निगम व उनके द्वारा संपोषित संगठनों के हस्तशिल्प खरीदारों के लिए उपलब्ध रहेंगे. सबसे प्रमुख आकर्षण होगा देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले हस्तशिल्पी व उनके उत्पाद होगा. महोत्सव में इस बार पंजाब ,जम्मू व कश्मीर, उत्तराखंड,आसाम, झारखंड, मध्यप्रदेश राज्यों के हस्तशिल्पी अपने उत्पादों के साथ भाग लेंगे. पहली बार विशेष रूप से एक खादी पवेलियन का भी निर्माण कराया जा रहा है. जिसमें 50 स्टॉल होंगे.
इसमें राज्य के प्रमुख खादी विक्रेता व उत्पादक अपने अपने उत्पादों के साथ उपस्थित रहेंगे. चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह के वर्ष के अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा खादी के प्रोत्साहन के लिए पहली बार इस तरह के स्टॉल का आयोजन किया जा रहा है. फन जोन, फूड पार्क, विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी व पुस्तक मेला भी मेला के प्रमुख आकर्षण होंगे. महोत्सव के परंपरागत कुश्ती, तांगा दौड़ व तांगा सज्जा,पालकी सज्जा, खेल महोत्सव ,महिला महोत्सव, एवं हास्य कवि सम्मेलन का भी लोग आनंद उठायेंगे. डीएम डॉ त्यागराज एसएम ने सभी नोडल पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह अपने अपने जिम्मे के कार्य को स्वयं उपस्थित रहकर समय सीमा में पूरा करा लें. महोत्सव में देशी व विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार कार्यक्रम भी चलाये रहे हैं.