बिहारशरीफ : बॉम्बे , हम साथ साथ है. इन जीवन, जुदाई, खामोशी, माचिस, हम दिल दे चुके सनम, स्वदेश, बोर्डर, दिल विल प्यार व्यार जैसे फिल्मों में पार्श्वगीत पेश करने वाले पद्मश्री हरिहरण के गीतों का दर्शक 25 नवंबर को आनंद उठायेंगे. इसी प्रकार माई नेम खान, ओम शांति ओम, धनाधनधन गोल , जन्नत, शीशा, खाकी, एक्श्न रिप्ले, मुसाफिर, किस्मत, काल, ताल, प्यारेलाल जैसे लोकप्रिय फिल्मों की पार्श्व गायिका रीचा शर्मा गीतों का भी आनंद 27 नवंबर को दर्शक उठायेंगे.
मौका होगा तीन दिवसीय राजगीर महोत्सव का. पर्यटन को बढ़ावा दिये जाने के लिए राज्य सरकार के द्वारा हर साल महोत्सव का आयोजन किया जाता है. महोत्सव का आयोजन जिला प्रशासन व पर्यटन विभाग के संयुक्त प्रयास से किये जाते हैं. महोत्सव का उद्घाटन 25 नवंबर को सीएम नीतीश कुमार के द्वारा किया जायेगा. इसकी महोत्सव की तैयारी अंतिम चरण में है.
जिले के कलाकारों को भी मौका
तीन दिवसीय कार्यक्रम में पहले दिन कोलकाता के पंडित सुगातों के द्वारा शास्त्रीय वाद पेश किया जायेगा. मुंबई के पद्मश्री हरिहरण, सुष्मिता बनर्जी भी अपना कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे. 26 नवंबर को मथुरा के लोक नृत्य गीजाजली शर्मा, लोक गायन सुमित बाबा, डॉ प्रियंका, वंदना मिश्रा लोकगीत पेश करेगी. 27 को मुंबई के पार्श्व गायक रीचा शर्मा, लोक संगीत, सत्येंद्र कुमार, श्याम किशोर, नलिनी जोशी के आने की संभावना है. जिले के कलाकारों को भी कार्यक्रम पेश करने का मौका दिया जायेगा. इसके लिये कलाकारों का चयन किया जा रहा है. इसके साथ ही कोने-कोने के लोक गायकों को भी देखने-सुनने का मौका मिलेगा.
झूमर, कजरी और लोकगीत का आनंद उठायेंगे दर्शक
राजगीर महोत्सव में बालीवुड के कलाकारों को देखने व सुनने का मौका लोगों को मिलेगा. फिल्मी सिटी के नामचीन कलाकारों से लेकर देश के कोने-कोने के लोक गायकों को भी कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया है. तीन दिवसीय राजगीर महोत्सव में विभिन्न प्रदेशों के नृत्य संगीत का आनंद भी पर्यटक उठायेंगे. इसमें झूमर, कजरी, चैती, जट-जटनी, झिझिया नृत्य संगीत होगा. साथ ही गजल,भजन, फिल्मी गीत तो होगा ही साथ ही कत्थक, यूपी,दिल्ली, उड़ीसा के लोक संगीत की भी प्रस्तुति कलाकारों के द्वारा की जायेगी.
ग्रामश्री मेला आज से किला मैदान में
राजगीर महोत्सव के अवसर पर लगने वाले ग्रामश्री मेले तैयारी कर ली गयी है. राजगीर का किला मैदान में इसके लिए पंडाल गये हैं. डीआरडीए के सहायक अभियंता विनोद कुमार सिन्हा बताते हैं कि ग्रामश्री मेला में जिला प्रशासन द्वारा 205 स्टॉल बनाये गये है. इसके लिए चार ब्लॉक में इसे बांटा गया है. हर ब्लॉक में 40 से 50 स्टॉल होंगे. ब्लाॅक ए में जिला प्रशासन व प्रदेश स्तर के विभिन्न विभागों के स्टॉल रहेंगे. इस ब्लॉक में करीब 41 स्टॉल होंगे. ब्लॉक बी में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग का. ब्लॉक सी में देश के कोने-कोने से आने वाले विभिन्न स्वयं सहायता समूह के ग्रुपों का होगा. इसमें कश्मीर से लेकर तेलंगाना, पंजाब समेत कई राज्यों के रहेंगे. इसमें संबंधित प्रदेश के सामानों की बिक्री होगी. ग्रुप डी में व्यंजनों का स्टॉल होगा. ग्रामश्री मेला 23 से लेकर 29 नवंबर तक होगा.
राजगीर. राजगीर महोत्सव को लेकर यहां तैयारियां अंतिम चरण में है. महोत्सव को लेकर किला मैदान में लगाये गये ग्रामश्री मेला गुरुवार से शुरू हो जायेगा. ग्रामश्री मेला में इस बार चार ब्लॉक ए,बी,सी और डी, बनाये गये हैं. चारो ब्लॉक में कुल मिलाकर 164 स्टॉल बनाये गये हैं. ए ब्लॉक में विभागीय व राज्य के बाहर के स्वयं सहायता समूहों के स्टॉल लगाये गये हैं. बी ब्लॉक में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के स्टॉल होंगे,
जिसमें अल्पसंख्यक निगम व उनके द्वारा संपोषित संगठनों के हस्तशिल्प के स्टॉल होंगे. इसी प्रकार सी ब्लॉक में जिला उद्योग विभाग के स्टॉल व डी ब्लॉक में राज्य व जिला के एसएचजी ग्रूप के स्टॉल होंगे. सभी ब्लॉक में कुल 41-41 स्टॉल बनाये गये हैं. इन स्टॉलों में जम्मू कश्मीर के पश्मीना शॉल, सहारणपुर यूपी के कालीन, टिकमगढ़ मध्य प्रदेश के पीतल का बर्तन, उतराखंड का जैकेट व ट्रोली, किसान चाची का अॅचार, मोरब्बा के अलावे असम, झारखंड, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना व अन्य राज्यों के उत्पाद व हस्तशिल्प लोगों को आकर्षित करेंगे. महोत्सव के इतिहास में पहली बार खादी पवेलियन का भी निर्माण कराया जा रहा है,
जिसमें अलग से 50 स्टॉल का निर्माण कराया गया है. इसमें राज्य के प्रमुख खादी विक्रेता एवं उत्पादक अपने-अपने उत्पादों के साथ उपस्थित होंगे. चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह के अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा खादी के प्रोत्साहन के लिए पहली बार इस तरह का आयोजन किया जा रहा है.
बच्चों सहित बड़ों के मनोरंजन की भी होगी व्यस्था :
महोत्सव के अवसर पर यहां फन जोन मेला का आयोजन किया गया है. जिसमें बच्चों सहित बड़ों के मनोरंजन के लिए कई छोटे-बड़े झूले लगाये गये हैं. इनमें टावर झूला, ब्रेक डांस, टोराटोरा, ड्रैगन झूला, मिक्की माउस, थ्री इन वन झूला के साथ-साथ अन्य छोटे झूले भी लगाये जा रहे हैं.