साइबर ठगों ने चिकित्सक के खाते से उड़ाये 3.57 लाख रुपये

40 बार में खाते से निकाल लिये रुपये, प्राथमिकी दर्ज बिहारशरीफ : साइबर ठगों ने शहर की एक महिला चिकित्सक को झांसा देकर उनके खाते से तीन लाख 56 हजार 805 रुपये की निकासी कर ली. ठगों ने महिला चिकित्सक के मोबाइल पर कॉल कर उनके मोबाईल को आधार से लिंक नहीं होने की बात […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 7, 2017 8:17 AM
40 बार में खाते से निकाल लिये रुपये, प्राथमिकी दर्ज
बिहारशरीफ : साइबर ठगों ने शहर की एक महिला चिकित्सक को झांसा देकर उनके खाते से तीन लाख 56 हजार 805 रुपये की निकासी कर ली. ठगों ने महिला चिकित्सक के मोबाइल पर कॉल कर उनके मोबाईल को आधार से लिंक नहीं होने की बात कहकर मोबाइल बंद होने की जानकारी दी.
मोबाइल को बंद होने से बचाने के लिए साइबर ठगों ने उन्हें झांसा दिया कि आपके मोबाइल पर एक कोड भेजा जायेगा. उस कोड को कस्टमर केयर के नंबर 12142 पर एसएमएस भेज दें. ऐसा करने पर आपका सिम बंद नहीं होगा और आप दो माह के अंदर अपने सिम को आधार से लिंक करा सकेंगे. ठगी से अनजान महिला चिकित्सक उन जालसाजों के झांसे में आ गयी और मोबाइल नंबर पर मिले निर्देश के अनुसार उस कोड को एसएमएस बताये नंबर पर दिया.
इसके बाद महिला चिकित्सक के खाते से 40 बार में तीन लाख 56 हजार 805 रुपये की निकासी कर ली. पीड़िता डॉ. श्वेता सिन्हा ने बताया कि वह कमरूद्दीनगंज स्थित जेपी हॉस्पीटल में प्रैक्टिश करती है. उनके पास ठगों ने दो दिसंबर को फोन किया था. चिकित्सक ने बताया कि जैसे ही दिये गये कोड को एसएमएस किया अनका मोबाइल सिम बंद हो गया. चार दिसंबर तक उनके आइसीआइसीआई बैंक जो भरावपर में स्थित है, के खाते से उक्त राशि निकाल ली गयी. महिला चिकित्सक श्वेता सिन्हा ने बताया कि उनके पास पहले से एटीएम मौजूद रहने के बावजूद बिना आवेदन दिये दूसरा एटीएम भेजा गया है.
उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने कभी भी मोबाइल नेट बैंकिंग सेवा लेने के लिए भी आवेदन नहीं दिया है. ऐसे में उनके खाते से इतनी बड़ी राशि निकाल लिये जाने के पीछे आइसीआइसीआई बैंक के कर्मियों के हाथ होने से इनकार नहीं किया जा सकता है. पीड़ित महिला चिकित्सक श्वेता ने इस संबंध में लहेरी थाने प्राथमिकी दर्ज करायी है. लहेरी के थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है.

Next Article

Exit mobile version