बेरोजगारी के खिलाफ युवकों ने की नारेबाजी

युवकों ने रमना मैदान में बेरोजगारी को लेकर दिखायी एकजुटता, बनायी मानव शृंखला आरा : बेरोजगारी से जूझ रहे युवक गुरुवार को सड़क पर उतर गये. इस दौरान युवकों ने रमना मैदान में एकजुटता दिखाते हुए मानव शृंखला बनायी और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आक्रोशित छात्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी लगाते हुए बताया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 2, 2018 5:18 AM

युवकों ने रमना मैदान में बेरोजगारी को लेकर दिखायी एकजुटता, बनायी मानव शृंखला

आरा : बेरोजगारी से जूझ रहे युवक गुरुवार को सड़क पर उतर गये. इस दौरान युवकों ने रमना मैदान में एकजुटता दिखाते हुए मानव शृंखला बनायी और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आक्रोशित छात्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी लगाते हुए बताया कि केंद्र और बिहार सरकार में काफी रिक्तियां बाकी है, लेकिन सरकार लगातार नजर अंदाज कर रही है. गुरुवार को सैकड़ों की संख्या में बेरोजगार युवक एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर अपनी बेरोजगारी दिखाते नजर आये. साथ ही युवकों ने सरकार को चेताया की अगर सरकार ने जल्द से जल्द इनकी समस्या का निदान नहीं किया तो यह मानव शृंखला जनआंदोलन छेड़ने के विवश हो जायेंगे.
आक्रोशित छात्रों ने बिहार सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार सरकार आजकल बेरोजगारों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. हर विभाग में रिक्तियां हैं लेकिन सरकार बेरोजगार युवकों को नियुक्ति नहीं कर रही है. बेरोजगारी का दंश झेल रहे ये पढ़े-लिखे युवक बिहार सरकार व केंद्र सरकार के खिलाफ आरोप लगाते हुए बताया कि सरकार झूठ मूठ का ढकोसला कर बेरोजगारी को छुपा रही है, जबकि सरकार के पास हर विभाग में रिक्तियां बाकी है. सड़क पर उतरे छात्रों को देखकर जिला प्रशासन भी सकते में आ गया. हालांकि शांतिपूर्ण तरीके से बेरोजगार युवक सड़क पर उतरकर नारेबाजी व प्रदर्शन करते रहे.
विवि के समीप चाय-पकौड़ा बेच कर जताया विरोध : बेरोजगारी के खिलाफ सड़क पर उतरे युवक विवि के मुख्य द्वार पर चाय, समोसा बेचकर विरोध जताया और सरकार को जमकर कोसा. इस दौरान बेरोजगार युवकों द्वारा नारेबाजी करते हुए बताया कि हमलोग चाय व समोसा नहीं बेचेंगे. सरकार को हमारी मांगों को पूरा करना होगा, अन्यथा मजबूरन पूरे देश में छात्र आंदोलन होगा.
पूर्व में भी बेरोजगार युवक कर चुके हैं चक्का जाम व आंदोलन
बेरोजगार युवक पूर्व में भी कई बार सड़क पर उतर कर चक्का जाम व आंदोलन कर चुके हैं. बावजूद इसके सरकार के कान तक जूं नहीं रेंग रही है. छात्रों का कहना है कि सूबे के मुख्यमंत्री मानव शृंखला बना रहे हैं अगर सच में मानव शृंखला बनाना है तो बेरोजगारों की बनाएं तो पता चल जायेगा कि कितने युवक बेरोजगार हैं.

Next Article

Exit mobile version