बिहारशरीफ : दो कट्टे, चार कारतूस, 25 हजार रुपये, दो मोबाइल व एटीएम कार्ड बरामद
बिहारशरीफ : पिछले साल धान से चावल बना कर देनेवाली मिलों की गड़बड़ी से काफी किरकिरी हुई थी. इससे बचने के लिए इस साल जिला प्रशासन एकदम सतर्क है. चावल में पिछले साल कई तरह की शिकायतें मिली थीं. इसमें घटिया व टूटा चावल देने का मामला सामने आया था. इसको देखते हुए इस बार […]
बिहारशरीफ : पिछले साल धान से चावल बना कर देनेवाली मिलों की गड़बड़ी से काफी किरकिरी हुई थी. इससे बचने के लिए इस साल जिला प्रशासन एकदम सतर्क है. चावल में पिछले साल कई तरह की शिकायतें मिली थीं. इसमें घटिया व टूटा चावल देने का मामला सामने आया था. इसको देखते हुए इस बार जिला प्रशासन ने कड़े प्रावधान किये हैं.
प्रभारी डीएमएफसी रामबाबू ने बताया कि पैक्सों व मिलरों को चावल की बोरी पर मिल का नाम लिखना होगा. बोरी में चावल का वजन, संबंधित पैक्स का नाम, टैग नंबर भी अंकित करना होगा. इससे होगा यह कि बोरे से चावल की पहचान कर ली जायेगी कि अमूक लॉट का चावल किस मिल या पैक्स का है. गोदाम प्रभारी से लेकर सभी को आदेश दिया गया है कि लिखित बोरे को ही जमा लेना है. इस साल जिले को एक लाख 50 हजार एमटी धान खरीद का लक्ष्य है. धान की खरीद के साथ चावल जमा करने का भी काम शुरू हो गया है.