अब केकरा लागी कमैइते हो तोहर बाबू बेटवा…
बिहारशरीफ : छोटे यादव का हंसता-खेलता परिवार पलभर में ही बिखर गया. आंखों के सामने एक बेटी व दो बेटों की मौत से छोटे टूट चुके हैं. ऐसे में घर का एक भी चिराग नहीं बचा है. सदर अस्पताल में अब केकरा लागी कमैइते हो तोहरा बाबू हो बेटवा- बेटिया, एकाएक बजड़ काहे गिरैला हे […]
बिहारशरीफ : छोटे यादव का हंसता-खेलता परिवार पलभर में ही बिखर गया. आंखों के सामने एक बेटी व दो बेटों की मौत से छोटे टूट चुके हैं. ऐसे में घर का एक भी चिराग नहीं बचा है. सदर अस्पताल में अब केकरा लागी कमैइते हो तोहरा बाबू हो बेटवा- बेटिया, एकाएक बजड़ काहे गिरैला हे भगवान… जैसे वाक्यों को कहकर छोटे की पत्नी बार-बार दहाड़ मारते हुए बेहोश हो रही थी. इस दौरान गांव परिवार की महिलाएं उसे पानी के छीटें देकर होश में ला रही थी. आंसू पोछते हुए ढ़ांढस बंधा रही थी.
शवों के पास खड़े पिता के आंसू भी थम नहीं रहे थे. रोते-बिलख रहे छोटे यादव ने बताया कि उन्हें इतनी बड़ी अप्रिय घटना की उम्मीद नहीं थी. गौरतलब है कि छोटे यादव की कुल तीन संतानों में दो पुत्र एवं एक पुत्री थी. सबसे बड़े पुत्र रोशन कुमार, छोटे पुत्र शंकर कुमार एवं इकलौती बेटी निशा कुमारी एक- एक कर दुनिया से अलविदा हो गये. छोटे यादव का घर दीपनगर थाना क्षेत्र के गोलापुर गांव में हैं और वह झरझरी वाहन चलाकर परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं.