घूस में ली गयी राशि लौटाये जाने का मामला तूल पकड़ा
प्रतिशोध में पीड़ित व्यक्ति से जबरन सादे कागज पर कराया दस्तखत नगर पर्षद के प्रधान लिपिक समेत चार कर्मियों पर प्राथमिकी दर्ज हिलसा (नालंदा) : हिलसा नगर पर्षद के बाद संख्या 11 के निवासी मोहम्मद शमशेर आलम से होल्डिंग टैक्स के नाम पर ₹10 हजार बतौर रिश्वत ली थी. नगर पर्षद के मुख्य पार्षद के […]
प्रतिशोध में पीड़ित व्यक्ति से जबरन सादे कागज पर कराया दस्तखत
नगर पर्षद के प्रधान लिपिक समेत चार कर्मियों पर प्राथमिकी दर्ज
हिलसा (नालंदा) : हिलसा नगर पर्षद के बाद संख्या 11 के निवासी मोहम्मद शमशेर आलम से होल्डिंग टैक्स के नाम पर ₹10 हजार बतौर रिश्वत ली थी. नगर पर्षद के मुख्य पार्षद के प्रतिनिधि डॉ विश्वनाथ एवं वार्ड पार्षद मोहम्मद अख्तर के प्रयास से टैक्स दरोगा धर्मवीर कुमार ने धूस में ली गयी ₹10 हजार पीड़ित शमशेर आलम को लौटा दिया था. इस संबंध में प्रमुखता से खबर छापे जाने के बाद इस गोरखधंधे से जुड़े हुए नगर पर्षद के कर्मियों के बीच हड़कंप मच गया. अपनी गर्दन फंसते देख टैक्स दारोगा धर्मवीर कुमार ने अपने अन्य सहयोगियों के साथ पीड़ित मोहम्मद शमशेर आलम को पिस्तौल का भय दिखाकर उनसे सादे कागज पर हस्ताक्षर करा लिया था. इस संबंध में मोहम्मद शमशेर आलम ने हिलसा थाने में एक आवेदन देकर अपनी जान माल की गुहार लगायी थी.
आवेदन में हिलसा नगर पर्षद के प्रधान लिपिक अलबेला कुमार, टैक्स दारोगा धर्मवीर कुमार, रवि कुमार, शिव कुमार समेत अज्ञात सात आठ व्यक्तियों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि उक्त लोगों ने पिस्तौल का भय दिखाकर उनसे सादे कागज पर हस्ताक्षर करा लिया है तथा जान से मारने की धमकी भी दी है. इस संबंध में हिलसा के थानाध्यक्ष रतन किशोर झा ने बताया कि आवेदन के आलोक में प्राथमिकी दर्ज कर विस्तृत जांच की जा रही है. जांच के दौरान दोषी कर्मियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जायेगा. दूसरी ओर नगर पर्षद के प्रधान लिपिक अलबेला कुमार ने बताया कि उनके ऊपर लगाये गये आरोप बेबुनियाद हैं. इस मामले से उन्हें न तो कोई मतलब है और न वे शमशेर आलम को जानते हैं.