बाल गृह की मॉनीटरिंग करने का िदया गया निर्देश
बिहारशरीफ : टाटा इंस्टीट्यूट सोशल ऑडिट की रिपोर्ट आने के बाद बाल गृह में सतर्कता रखन का आदेश जारी किया गया है. बाल गृह में रहनेवाले बच्चों को बेहतर सुविधा देने को कहा गया है. बाल संरक्षण के तहत बिहारशरीफ में भी बाल गृह है. इसमें 21 बच्चे हैं. बाल संरक्षण नालंदा इकाई के सहायक […]
बिहारशरीफ : टाटा इंस्टीट्यूट सोशल ऑडिट की रिपोर्ट आने के बाद बाल गृह में सतर्कता रखन का आदेश जारी किया गया है. बाल गृह में रहनेवाले बच्चों को बेहतर सुविधा देने को कहा गया है. बाल संरक्षण के तहत बिहारशरीफ में भी बाल गृह है. इसमें 21 बच्चे हैं. बाल संरक्षण नालंदा इकाई के सहायक निदेशक ब्रजेश मिश्रा ने बताया कि बेहतर सुविधा के लिए निरंतर मॉनीटरिंग की जा रही है. सभी तरह की बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जा रही है. बाल गृह में 21 बच्चों में से छह बच्चों का नामांकन कमरुद्दीनगंज स्थित मॉडल मध्य विद्यालय में है.
जहां उक्त बच्चे पढ़ाई कर रहें है. 21 में 11 बच्चे दिव्यांग की श्रेणी में है. उन्होंने बताया कि नियम के अनुसार 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का बाल गृह का पालन किये जाने का प्रावधान है. इसमें ऐसे बच्चों को रखा जाता है जो अनाथ हो. भूले-भटके बच्चों को परिवार से मिलाने का प्रयास भी विभागीय स्तर से किया जाता है. जांच-पड़ताल के बाद परिवार की पहचान होने पर भटके बच्चों को परिवार से मिला दिया जाता है.