बेटी को प्रेमी के साथ देख मचाया शोर, भीड़ ने युवक को पीटा

जमीन खाली कराने का विरोध खाली हाथ लाैट आये अधिकारी हाईकोर्ट के आदेश के बाद जमीन खाली कराने गये थे निगम के अधिकारी बिहारशरीफ : स्थानीय रामचंद्रपुर मछली मार्केट के दक्षिण आनंद मार्ग की जमीन को कब्जा दिलाने आये प्रशासन की टीम को शनिवार को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. सैकड़ों लोग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 9, 2018 5:20 AM

जमीन खाली कराने का विरोध खाली हाथ लाैट आये अधिकारी

हाईकोर्ट के आदेश के बाद जमीन खाली कराने गये थे निगम के अधिकारी
बिहारशरीफ : स्थानीय रामचंद्रपुर मछली मार्केट के दक्षिण आनंद मार्ग की जमीन को कब्जा दिलाने आये प्रशासन की टीम को शनिवार को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. सैकड़ों लोग बीच सड़क पर बैठ गये और सड़क व नाला तोड़कर हाईकोर्ट के आदेश का विरोध करने लगे. लोगों के तीव्र विरोध के कारण प्रशासन को बैरंग लौटना पड़ा. इस जमीन के संबंध में वीरेंद्र कुमार वर्मा ने दावा किया कि यह जमीन उनकी है. इस मामले को लेकर वे हाईकोर्ट गये थे. उच्च न्यायालय ने मेरे पक्ष में फैसला सुनाया है. उच्च न्यायालय ने नाला तोड़कर जमीन मालिक को सौंपने का आदेश दिया. इस संबंध में डीएम को 10 सितंबर को न्यायालय द्वारा तलब भी किया गया है. उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में शनिवार को नगर निगम प्रशासन द्वारा सड़क व नाला को तोड़कर जमीन मालिक को सौंपना है.
नगर निगम के अधिकारी, पुलिस प्रशासन के अधिकारी व कई थानों की पुलिस मौके पर मौजूद थे. नगर निगम को अपनी कार्रवाई शुरू करने के पूर्व ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोग वहां जुटकर नाला व सड़क तोड़ने का विरोध करने लगे. लोग बीच सड़क पर बैठ गये और जेसीबी मशीन को घेर लिया. लोगों का कहना था कि यह जनहित का मामला है. नाला व सड़क नहीं रहेगा. यह नाला व शेड काफी पुराना है. तत्कालीन डीएम आनंद किशोर ने पहले कच्ची सड़क बनायी फिर पक्की सड़क बनायी.
इस नाले से होकर वार्ड नंबर 21, 23, 37, 38, 39, 40, 44 के अलावा चक रसलपुर, राणा विगहा आदि गांवों का पानी शहर से बाहर निकलता है. नाला बंद हो जाने पर 50 हजार से अधिक घरों का पानी निकलना बंद हो जायेगा. नाराज लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखते हुए कहा कि अगर नगर निगम को उनकी बात गलत लगती है तो हमलोगों को गिरफ्तार कर लीजिए. स्थानीय लोगों को कहना था कि हमलोग कमिटी बनाकर कोर्ट में जायेंगे. नाराज लोगों का यह भी कहना था कि आनंद मार्ग से होते हुए एनएच 31 निकलने का यह सुविधाजनक रास्ता है.
इसके बंद हो जाने से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जायेगी और शहरवासी जाम से जूझते रहेंगे. इधर वीरेन्द्र वर्मा ने 15 डिसमिल जमीन अपना होने का दावा किया और श्रवण कुमार ने कहा नाला से सटे पश्चिम 17 फुट चौड़ा 175 फुट दक्षिण तक उनकी जमीन है. इस संबंध में जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने के लिये गये अधिकारियों से संपर्क करने की काफी कोशिश की गयी मगर मीटिंग में व्यस्त होने के कारण उन अधिकारियों से इस संबंध में बात नहीं हो सकी.

Next Article

Exit mobile version