बिहारशरीफ : नाबालिग से दुष्कर्म मामले में उम्रकैद की सजा पा चुके नवादा के पूर्व राजद विधायक राजबल्लभ यादव के अंगरक्षक रहे महेंद्र साहू की मौत संदिग्ध स्थिति में बुधवार की देर रात थाना परिसर में हो गयी. मृतक महेंद्र पटना के अथमल गोला थाने के लहेरिया टोला मुहल्ला निवासी रामदेव साह के पुत्र थे. वर्तमान में वे रहुई थाने में हवलदार थे. लेकिन, पूर्व में ये राजबल्लभ के अंगरक्षक थे. इससे पहले वे सुल्तानपुर में पदस्थापित थे. 2016 में महेंद्र रहुई थाने में पदस्थापित किये गये थे.
घटना के संबंध में थाने के कर्मियों ने बताया कि महेंद्र अहले सुबह करीब तीन बजे थाने के शौचालय में शौच के लिए गये थे. सुबह होने पर बेड पर नहीं मिले, तो अन्य कर्मियों ने उनकी खोजबीन की. इसके बाद देखा कि शौचालय का दरवाजा अंदर से बंद था. दरवाजे को खटखटाने पर अंदर से कोई आवाज नहीं मिलने पर उसे तोड़ा गया. शौचालय के अंदर उनका शव संदिग्ध परिस्थिति में मिला. इधर, घटना की सूचना पाकर दलबल के साथ विधि व्यवस्था डीएसपी संजय कुमार रहुई थाने पहुंचे. पूछताछ में कर्मियों ने बताया कि हार्ट अटैक से शौचालय में उनकी मौत की आशंका है. शव को अंत्यपरीक्षण के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है.
कहीं दुष्कर्म का राज, तो नहीं जानते थे महेंद्र
महेंद्र पूर्व विधायक राजबल्लभ यादव के लंबे दिनों से अंगरक्षक रहे थे. 21 दिसंबर को पटना के एमपी-एमएलए कोर्ट में राजबल्लभ समेत अन्य दोषियों को कैद एवं जुर्माने की सजा सुनायी गयी थी. इसके एक सप्ताह के अंदर अंगरक्षक की संदिग्ध स्थिति में मौत को लेकर लोग आपस में तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं. कोई मृतक के सीने में नाबालिग से दुष्कर्म से संबंधित कई राज दफन होने, तो कोई साजिश के तहत उनकी येन-केन-प्रकारेण मौत की नींद सुलाने की बात कह रहे हैं. ऐसे में अंत्यपरीक्षण रिपोर्ट मिलने का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
राजबल्लभ की सजा के बाद से रह रहे थे उदास
सूत्रों के अनुसार, विधायक राजबल्लभ यादव को कोर्ट द्वारा उम्रकैद की सजा सुनाने के बाद हवलदार महेंद्र उदास रहने लगे थे. माना जा रहा है कि उनका विधायक राजबल्लभ से काफी लगाव था. विधायक को उम्रकैद होने के एक सप्ताह बाद ही महेंद्र की मौत को लोग सदमे से का कारण मान रहे हैं.