वेन (नालंदा) : वेन जिले का सबसे सुदूरवर्ती प्रखंड है. प्रखंड मुख्यालय से सटे स्वास्थ्य केंद्र है, जहां महिला चिकित्सकों व एएनएम के बदले ममता व दाई ही प्रसव कराती है. कहने को तो इस स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए जिलाधिकारी, तो कभी सिविल सर्जन द्वारा जांच की जाती है, लेकिन पीएचसी में चिकित्सकों व एएनएम के गायब रहने से प्रसव कराने आये रोगियों का इलाज सही तरीके से नहीं हो पाता है.
प्रखंड मुख्यालय होने के कारण स्वास्थ्य केंद्र में ज्यादातर प्रसव रोगी ही आते हैं. महिला चिकित्सा व एएनएम के अभाव में प्रसव कराने आये मरीजों का इलाज ममता व दाई ही करती है. इस प्रकार की शिकायतें हमेशा स्वास्थ्य केंद्र में देखने को मिल रही है, फिर भी सुधार नहीं हो पा रहा है.
एक सप्ताह पूर्व सिविल सर्जन के औचक निरीक्षण में स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी के साथ-साथ कई कर्मी भी गायब पाये गये. ऐसा ही मामला सोमवार को प्रसव कराने आयी वेन गांव की महिला अरुणी देवी के साथ घटी. अरुणी देवी पीड़ा से घंटों कराहती रही, लेकिन ड्यूटी पर तैनात एएनएम गायब पायी गयी.
रोगी के परिजन स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी को ढुंढते रहे, किंतु वे भी गायब पाये गये. परिजन को काफी आक्रोशित दिखे जाने पर ममता श्यामपति देवी व दाई शकुनत देवी ने प्रसव रोगी को प्रसव कराने में हाथ बटायी तब जाकर मामला शांत हुआ.
* औचक निरीक्षण के बाद भी नहीं हो रहा सुधार
* ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य सेवा खस्ताहाल