पुलिस के खिलाफ दूसरे दिन भी बंद रहा बाजार
हरनौत (नालंदा) : मंगलवार को दूसरे दिन भी बोधनगर बाजार बदमाशों की गिरफ्तारी को लेकर दिन भर बंद रहा. इस दौरान करीब डेढ़ सौ दुकान पर ताला जड़ा रहा, जिससे करीब दस लाख रुपये का कारोबार ठप पड़ गया. बाजार में दिनों भर सन्नाटा पसरा रहा. वहीं, सोमवार को बाजार बंद रहने के मामले में […]
हरनौत (नालंदा) : मंगलवार को दूसरे दिन भी बोधनगर बाजार बदमाशों की गिरफ्तारी को लेकर दिन भर बंद रहा. इस दौरान करीब डेढ़ सौ दुकान पर ताला जड़ा रहा, जिससे करीब दस लाख रुपये का कारोबार ठप पड़ गया. बाजार में दिनों भर सन्नाटा पसरा रहा. वहीं, सोमवार को बाजार बंद रहने के मामले में पुलिस ने आठ नामजद समेत पांच अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज की है.
सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों तीन अप्रैल को पिस्टल के बल पर चार बदमाशों ने दो बहनों को अगवा कर लिया था. बाद में बदमाशों ने छोटी बहन को छोड़ दिया था और बड़ी बहन को अगवा कर लिया, जिसे लेकर पीड़ित परिजनों ने थाना में चार नामजद लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए आवेदन दिया था. बाद में पुलिस ने बदमाशों से मिलकर तीन को छोड़ एक पर प्राथमिकी दर्ज किया. इसी घटना से आक्रोशित होकर स्थानीय ग्रामीण व दुकानदारों ने बदमाशों की गिरफ्तारी को व ओपी प्रभारी पर कार्रवाई करने को ले दुकानें बंद करने का निर्णय लिया है.
बोधनगर बाजार बंदी मामले में पुलिस के बयान पर आठ नामजद सहित पांच अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है.ग्रामीणों ने बताया कि बदमाशों के गिरफ्तारी को लेकर स्थानीय ग्रामीण व दुकानदार गांधीगिरी करते हुए अपने मर्जी से बाजार बंद किया था बावजूद पुलिस के द्वारा झूठमूठ का मुकदमा किया गया है. इसी घटना को लेकर मंगलवार को दूसरे दिन भी बोधनगर बाजार बदमाशों की गिरफ्तारी को लेकर व ओपी प्रभारी को तबादले को लेकर दिनों भर बंद रहा.
इस दौरान करीब डेढ़ सौ दुकान पर ताला जड़ा रहा, जिससे करीब दस लाख का कारोबार ठप पड़ गया. इससे बाजार में दिन भर सन्नाटा पसरा रहा. बताते चलें कि पिछले महीने तीन अप्रैल को पिस्टल के बल पर चार बदमाश दो बहनों को अगवा कर लिया था. बाद में बदमाशों ने छोटी बहन को छोड़ दिया था और बड़ी बहन को अगवा कर लिया, जिसको लेकर पीड़ित परिजनों ने थाने में चार नामजद लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए आवेदन दिया था. बाद में पुलिस ने बदमाशों से मिलकर तीन को छोड़ एक पर प्राथिमिकी दर्ज की.
इसी घटना से आक्रोशित होकर स्थानीय ग्रामीण व दुकानदारों ने बदमाशों के गिरफ्तारी व ओपी प्रभारी पर कार्रवाई करने तक दुकान बंद करने निर्णय लिया है. नामजद लोगों में अरविंद प्रसाद, सुबोध प्रसाद, मनोज जायसवाल, छठु साव, अनिल विश्वकर्मा, छठु साव के पुत्र गणेश चौधरी, छोटू यादव सहित पांच अज्ञात शामिल है.