प्लाइ व हार्डवेयर दुकान में भीषण आग
बिहारशरीफ : लहेरी थाने के मंगला स्थान के पास प्लाइ व हार्डवेयर दुकान में भीषण आग लग गयी. घटना सोमवार की देर रात 12.30 बजे घटी. इसमें लगभग एक करोड़ रुपये के सामान जल गये. अगलगी के कारणों का पता नहीं चल सका है. आग की लपट 200 मीटर के दायरे में फैली थी व […]
बिहारशरीफ : लहेरी थाने के मंगला स्थान के पास प्लाइ व हार्डवेयर दुकान में भीषण आग लग गयी. घटना सोमवार की देर रात 12.30 बजे घटी. इसमें लगभग एक करोड़ रुपये के सामान जल गये. अगलगी के कारणों का पता नहीं चल सका है. आग की लपट 200 मीटर के दायरे में फैली थी व 100 मीटर ऊपर उठ रही थी.
आग इतनी भयावह थी कि दुकान से सटे दो मकानों को भी आगोश में ले लिया. जिला व पुलिस प्रशासन के मौके पर मौजूद पदाधिकारियों ने दुकान से सटे कई मकानों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से खाली करा दिया.
पूरे इलाके में अफरातफरी मच गयी. लोग इस भीषण आग की गर्मी से बचाव के लिए इधर-उधर भागने लगे. लोगों को वहां खड़ा रहना भी मुश्किल हो रहा था. इधर, अगलगी की सूचना पाकर तुरंत दमकल की बारी-बारी से 10 गाड़ियां पहुंच गयीं. करीब आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका. मंगलवार की दोपहर एक बजे तक भी अगलगी की भेंट चढ़े सामान से धुआं निकल रहा था.
देर रात 12.30 बजे लगी आग : पीड़ित जय मां अंबे शॉ मिल के प्रोपराइटर अनुज कुमार शर्मा ने बताया कि वह रोजाना की तरह रात 10 बजे दुकान बंदकर अपने घर चले गये थे. देर रात 12.30 बजे उन्हें मोबाइल पर सूचना मिली कि उनकी दुकान में आग लग गयी है. आनन-फानन में वह दुकान पहुंचे, तो देखा कि भीषण आग लगी है. दुकान में लगी आरा मशीन, पानी की टंकियां, पाइपें, फिटिंग्स के कई सामान, आम, सागवान व शीशम की लकड़ियां समेत कई सामान जलकर राख हो गये.
आग लगने पर क्या करें और क्या न करें
तत्काल फायर ब्रिगेड को सूचना दें. यह न सोचें कि कोई दूसरा सूचना पहले ही दे चुका होगा.
आग लगने पर सबसे इमारत की अग्नि चेतावनी की घंटी को सक्रिय करें. फिर जोरों से ‘आग-आग’ चिल्लाएं.
लिफ्ट का उपयोग न करें, केवल सीढ़ियों का ही प्रयोग करें.
धुएं से घिरे होने पर अपने नाक और मुंह को गीले कपडे से ढंक लें.
अगर आप धुएं से भरे कमरे में फंस जाएं और बाहर निकलने का रास्ता न हो, तो दरवाजे को बंद कर लें और सभी दरारों और सुराखों को गीले तौलिये या चादरों से सील कर दें, जिससे धुआं अंदर न आ सके.
निश्चित अंतराल पर इमारत में लगे फायर अलार्म, स्मोक डिटेक्टर, पानी के स्रोत, सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली, अग्निशामक की जांच करवाते रहें.
अपने आसपास लगे अग्निशामक की तारीख जांच लें. ध्यान दें की समय-समय पर उसकी सर्विसिंग हो और उसमें आग बुझाने वाले गैस अथवा केमिकल को बदला या भरा जाये.
भारी धुआं और जहरीली गैस सबसे पहले छत की तरफ इकट्ठा होती है, इसलिए अगर धुआं हो, तो जमीन पर झुक कर बैठें.
अपने घर और कार्यालय में स्मोक (धुआं) डिटेक्टर अवश्य लगाएं.
दुकान से सटे दो मकानों को भी नुकसान
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि प्लाइ व हार्डवेयर दुकान से सटे शिक्षक रवींद्र प्रसाद व अभय भारती का मकान है. आग की उठ रहीं तेज लपटें इन दोनों मकानों को भी आगोश में ले लिया. इससे वहां कई सामान समेत मकानों को भी नुकसान पहुंचा है. तकरीबन दोनों मकानों में 10 से 20 लाख रुपये का नुकसान आंका गया है.
हालांकि दुकान से सटे एक गैराज भी था. लेकिन, गैराज कर्मियों ने सूझबूझ दिखाते हुए नुकसान से बचा लिया. वहीं, भीषण आग को देखते हुए प्रशासन ने एहतियातन दुकान के सटे कुछ मकानों को खाली करा दिया.
कई थानों की पुलिस ने भीड़ किया नियंत्रित
घटनास्थल बिहारशरीफ-पटना मुख्य सड़क मार्ग पर है. नवादा, रांची व टाटा समेत कई जगहों के वाहनों का आवागमन इसी सड़क से होता है. लेकिन, अगलगी की खबर फैलते ही वहां भारी भीड़ जुट गयी. मुख्य सड़क मार्ग पर भी भीड़ लग गयी. ऐसे में यात्री व मालवाहक वाहनों का परिचालन बाधित होने लगा.
लेकिन, मौके पर दलबल के साथ सदर एसडीओ जनार्दन प्रसाद अग्रवाल, सदर डीएसपी इमरान परवेज, लहेरी थानाध्यक्ष वीरेंद्र प्रसाद, दीपनगर थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार, बिहार थानाध्यक्ष दीपक कुमार व सोहसराय थानाध्यक्ष विजेंद्र प्रसाद समेत सुरक्षा बलों ने काफी प्रयास के बाद भीड़ को नियंत्रित किया.