चार डॉक्टरों समेत सात कर्मियों के वेतन पर रोक

बिहारशरीफ : बिना सूचना के ड्यूटी से गायब रहने वाले चिकित्सा पदाधिकारी से लेकर स्वास्थ्यकर्मियों के लिए अच्छी खबर नहीं है. जिला स्वास्थ्य विभाग के वरीय पदाधिकारी एेसे लोगों की पहचान कर कार्रवाई करनी शुरू कर दी गयी है. मंगलवार को जिले के दो अस्पतालों के चार डॉक्टरों समेत सात स्वास्थ्य कर्मचारियों पर कार्रवाई की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2019 2:05 AM

बिहारशरीफ : बिना सूचना के ड्यूटी से गायब रहने वाले चिकित्सा पदाधिकारी से लेकर स्वास्थ्यकर्मियों के लिए अच्छी खबर नहीं है. जिला स्वास्थ्य विभाग के वरीय पदाधिकारी एेसे लोगों की पहचान कर कार्रवाई करनी शुरू कर दी गयी है. मंगलवार को जिले के दो अस्पतालों के चार डॉक्टरों समेत सात स्वास्थ्य कर्मचारियों पर कार्रवाई की गाज गिर गयी है.

सिविल सर्जन ने औचक जांच में इन डॉक्टरों व कर्मियों को ड्यूटी से गायब पाया. लिहाजा इन डॉक्टरों के वेतन पर जहां अगले आदेश तक वेतन बंद करने की कार्रवाई की है. वहीं अनुपस्थित कर्मियों के एक दिन के वेतन पर रोक लगाने की कार्रवाई की है. साथ ही इन लोगों से सीएस ने जवाब- तलब भी किया है.
तेल्हाड़ा एपीएचसी के दो डॉक्टरों पर कार्रवाई : सिविल सर्जन डॉ राम सिंह ने बताया कि एकंगरसराय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के तहत संचालित तेल्हाड़ा अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया गया. इस दौरान बिना सूचना के दो चिकित्सा पदाधिकारी ड्यूटी से गायब पाये गये. अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था भी दुरुस्त नहीं पायी गयी.
ओपीडी का भी संचालन ठीक ठाक से नहीं होता प्रतीत पाया गया. इस मामले को उन्होंने गंभीरता से लेते हुए अनुपस्थित दोनों चिकित्सा पदाधिकारियों से जवाब-तलब किया गया है. इसका जवाब संतोषप्रद नहीं प्राप्त होने पर दोनों डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
निरीक्षण में कोशियावां एपीएचसी बंद मिला : सिविल सर्जन डॉ राम सिंह ने बताया कि एकंगरसराय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के ही तहत कोशियावां एपीएचसी की औचक जांच की गयी. जांच में अस्पताल कार्यालय बंद पाया गया. उन्होंने बताया कि छानबीन करने पर पता चला कि एक एएनएम ट्रेनिंग के लिए एकंगरसराय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गयी है. जब इसकी सत्यता की जांच के लिए एकंगरसराय पीएचसी पहुंचे तो सही पाया गया.
उन्होंने बताया कि अस्पताल बंद मामले में अस्पताल के दो चिकित्सा पदाधिकारी, एक एएनएम, यक्ष्मा सहायक व एक चतुर्थवर्गीय कर्मचारी से जवाब- तलब किया गया है.

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