जिले के छह मुखिया व दर्जनों वार्ड सदस्यों पर प्राथमिकी, बर्खास्त करने की अनुशंसा
बिहारशरीफ : मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी सात निश्चय योजना के अंतर्गत हर घर नल-जल योजना में गांव-गांव के हर घरों में शुद्ध पेयजल पहुंचाना है. इस योजना को पूरा करने की जिम्मेदारी पंचायत के मुखिया एवं वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति को दी गयी है, लेकिन पंचायत के मुखिया और वार्ड सदस्य मिलकर इस योजना की […]
बिहारशरीफ : मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी सात निश्चय योजना के अंतर्गत हर घर नल-जल योजना में गांव-गांव के हर घरों में शुद्ध पेयजल पहुंचाना है. इस योजना को पूरा करने की जिम्मेदारी पंचायत के मुखिया एवं वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति को दी गयी है,
लेकिन पंचायत के मुखिया और वार्ड सदस्य मिलकर इस योजना की राशि को बेतरतीब ढंग से खर्च कर अपना उल्लू सीधा करने में लग जाते हैं. इसकी जांच की प्रक्रिया शुरू की गयी तो बड़े पैमाने पर इस योजना में अनियमितता पायी गयी और कार्रवाई करने के लिए वरीय पदाधिकारी को अनुशंसा की गयी.
इसकी जद में जिले के छह मुखिया एवं दर्जनों वार्ड सदस्य आये हैं. वैसे एक मुखिया बर्खास्त हुए, जबकि शेष मुखिया पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. वैसे मुखिया को पदच्युत करने की अनुशंसा विभाग से की गयी है.
संभावना है कि वैसे मुखिया जल्द ही पदच्युत किये जा सकते हैं. पंचायती राज विभाग ने पंचायतों में चलाये जा रही विकास योजनाओं की जांच करने व ग्रामीणों की शिकायतें एवं वरीय पदाधिकारियों के निर्देश पर पहुंचे, जहां बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता के साथ विकास कार्यों में भारी गड़बड़ी पायी.
इसमें गिरियक प्रखंड की चोरसुआ पंचायत के मुखिया चंदन कुमार पर एलइडी लाइट लगाने में अनियमितता के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. जबकि, राजगीर प्रखंड की पथरौरा पंचायत के मुखिया अनुज कुमार इंदिरा आवास में घूस लेते पकड़े गये.
वहीं, राजगीर की गोरौर पंचायत के मुखिया संतोष कुमार दिवाकर को नल-जल योजना की राशि को अपने नाम पर निकासी के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया. इसी प्रकार हिलसा प्रखंड की पूना पंचायत की मुखिया कुमारी रंजू सिन्हा पर नल-जल योजना में अनियमितता का आरोप है.
उन पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए कार्रवाई की अनुशंसा की गयी है. इसमें वार्ड सदस्य पर भी गंभीर आरोप है. वहीं, सिलाव प्रखंड की सूरजपुर पंचायत के मुखिया पप्पू कुमार पर नल-जल व पक्की नाली-गली योजना में अनियमितता का आरोप पाया गया, जिस पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए पदच्युत करने की अनुशंसा की गयी है.
वार्ड सदस्य पर भी गाज गिरी है. वहीं, करायपरशुराय प्रखंड की मखदूमपुर पंचायत के मुखिया मुकेश चौधरी पर भी इन्हीं दो योजनाओं की राशि में हेराफेरी करने का आरोप है. प्राथमिकी दर्ज करते हुए कार्रवाई की अनुशंसा की गयी है.
इन मुखियाओं पर हुई कार्रवाई की अनुशंसा
चोरसुआ पंचायत के मुखिया चंदन कुमार, पथरौरा पंचायत के मुखिया अनुज कुमार, गोरौर पंचायत के मुखिया संतोष कुमार दिवाकर (बर्खास्त), पूना पंचायत की मुखिया कुमारी रंजू सिन्हा, सूरजपुर पंचायत के मुखिया पप्पू कुमार, मखदुमपुर पंचायत के मुखिया मुकेश चौधरी.
इसके अलावा दर्जनों वार्ड सदस्यों पर भी प्राथमिकी दर्ज करते हुए राशि वापस करने की कार्रवाई पंचायती राज विभाग ने शुरू कर दी है. उक्त सभी मुखिया पर प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी है. प्रशासन की इस कार्रवाई से मुखिया और वार्ड सदस्यों में हड़कंप मचा हुआ है.
दोषी मुखिया शीघ्र किये जायेंगे बर्खास्त
सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नल-जल व पक्की नाली-गली योजना से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए ही शुरू की गयी है. इस योजना में गड़बड़ी और राशि गबन करने वाले मुखिया व वार्ड सदस्य पर कार्रवाई होनी तय है.
इस कार्रवाई की जद में छह मुखिया आये हैं, जिसमें एक बर्खास्त हो गये हैं तथा अन्य मुखिया शीघ्र ही बर्खास्त किये जायेंगे. इसके अलावा भी कई पंचायतों में जांच शुरू की गयी है. शीघ्र ही कार्रवाई के लिए अनुशंसा की जायेगी.
मो शोएब, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, नालंदा