बिहारशरीफ (नालंदा) : बिहारशरीफ नगर निगम के महापौर पर अविश्वास प्रस्ताव लाने के पहले ही विक्षुब्ध गुट धराशायी हो गया. अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ पर्याप्त संख्या नहीं जुटा पाने के कारण फिलहाल महापौर सुधीर कुमार पर अविश्वास प्रस्ताव का खतरा टल गया है.
जैसे ही दो वर्ष पूरा होने को हुआ कि महापौर के पक्ष के कुछ वार्ड पार्षदों ने महापौर पर अविश्वास प्रस्ताव लाने की चाल चली. इसमें महापौर के कई समर्थक वार्ड पार्षदों ने भी बगावत का बिगुल फूंक दिया और अविश्वास प्रस्ताव का नेतृत्व कर रहे एक वार्ड पार्षद के साथ हो गये. फलस्वरूप अविश्वास प्रस्ताव का नेतृत्व कर रहे एक वार्ड पार्षद का मनोबल काफी बढ़ गया.
उसने अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ धीरे-धीरे विक्षुब्ध वार्ड पार्षदों को एकजुट कर महापौर के खिलाफ मोरचा खोलने ही वाले थे कि विरोधी रहे वार्ड पार्षदों ने अचानक महापौर से हाथ मिला लिया. फलत: विक्षुब्ध गुट का पासा ही पलट गया. अब यह स्थिति हो गयी है कि विक्षुब्ध गुट का नेतृत्व कर रहे एक वार्ड पार्षद संख्या जुटाने के लिए वार्ड पार्षदों का हस्ताक्षर लेने के लिए हाथ-पैर मार रहे हैं.लेकिन हस्ताक्षर लेने में पूरी तरह से सफल नहीं होने से महापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का मामला लटकता नजर आ रहा है. इधर महापौर ने बताया कि वे पूरी तरह से बहुमत में हैं.