* प्रशासन की चुस्त व्यवस्था से नकलची परीक्षार्थियों को मायूसी
बिहारशरीफ : शहर के 21 केंद्रों पर आइटीआइ प्रवेश परीक्षा कदाचारमुक्त माहौल में रविवार को संपन्न हो गयी. परीक्षा में करीब 12 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए. परीक्षा के दौरान प्रशासन की चुस्त व्यवस्था के आगे नकलची परीक्षार्थियों को मायूसी का सामना करना पड़ा.
सभी परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी व पुलिसकर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयी थी. इसके अलावा वरीय जिलास्तरीय पदाधिकारियों के साथ जोनल व गश्ती दल दंडाधिकारी सघन गश्त कर परीक्षा संचालन की निगरानी में जुटे रहे. सभी परीक्षा केंद्रों पर नकलची व फर्जी परीक्षार्थियों पर प्रशासन की पैनी नजर रही.
साथ हीं वीडियोग्राफी के माध्यम से भी परीक्षा संचालन की निगरानी की व्यवस्था की गयी थी. आइटीआइ की प्रवेश परीक्षा में दूसरे जिलों से आये परीक्षार्थी शनिवार की देर रात तक शहर के होटल, धर्मशाला आदि में आशियाना ढूंढते नजर आये. बड़ी संख्या में बाहर से यहां पहुंचे परीक्षार्थियों को रात बिताने के लिए सुरक्षित ठिकाना ढूंढने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा. होटलों में जगह नहीं मिलने पर परीक्षार्थियों को स्कूल, सामुदायिक भवन व धर्मशाला की खुली छत एवं रेलवे स्टेशन पर रात गुजारने के लिए विवश होना पड़ा.
* आइआइटी गेट ने छात्रों को की छात्रवृत्ति की पेशकश
शेखपुरा : मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की तैयारी को लेकर पटना में संचालित आइआइटी गेट शिक्षण संस्थान के संचालक रविभूषण ने शेखपुरा जिले के छात्र-छात्राओं के लिए सौ फीसदी छात्रवृत्ति का लाभ देने की पेशकश की है. रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पूरे बिहार राज्य में शेखपुरा जिला शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ा जिला माना जाता है. जिले के छात्र-छात्राओं को इस क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए सौ फीसदी छात्रवृत्ति का प्रोत्साहन की व्यवस्था की गयी है.
इस व्यवस्था के तहत इंजीनियरिंग एवं मेडिकल की तैयारी के लिए आम तौर पर 80 हजार रुपये की दो वार्षिक फीस के स्थान पर मात्र 14 हजार रुपये का ही फीस लिया जायेगा, जबकि 11 वीं एवं बारहवीं कक्षा की भी नि:शुल्क ट्यूशन की व्यवस्था भी की गयी है. आइआइटी गेट के संचालक रविभूषण ने शेखपुरा में छात्र-छात्राओं के बीच काउंसेलिंग अभियान चला कर यह फैसला लिया गया है.