पौधों की रक्षा संतान की तरह करें
* अनुमंडल के 330 टोलों में लगाये गये 20 हजार फलदार पौधे* एसडीओ ने बेलौआ के महादलित टोले में जामुन का पौधा रोप कर की कार्यक्रम की शुरुआतराजगीर (नालंदा) : अनुमंडल क्षेत्र के सभी महादलित टोला को महाग्रीन टोले में बदलने के लिए एसडीओ रचना पाटिल ने बुधवार को बेलौआ के महादलित टोले में जामुन […]
* अनुमंडल के 330 टोलों में लगाये गये 20 हजार फलदार पौधे
* एसडीओ ने बेलौआ के महादलित टोले में जामुन का पौधा रोप कर की कार्यक्रम की शुरुआत
राजगीर (नालंदा) : अनुमंडल क्षेत्र के सभी महादलित टोला को महाग्रीन टोले में बदलने के लिए एसडीओ रचना पाटिल ने बुधवार को बेलौआ के महादलित टोले में जामुन का पौधा रोप कर इसकी शुरुआत की. एसडीओ रचना पाटिल ने कहा कि महादलित टोला हरा-भरा रहे, इसके लिए पौधारोपण किया गया है. श्रीमती पाटिल ने महादलितों से इन पौधों की रक्षा संतान की भांति करने को कहा.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोग बच्चे का नाम रख कर पालते हैं और बड़ा होकर वह बच्च मां-बाप का सहारा बनता है, उसी तरह इस पौधे को भी नाम रख कर सीचें. यह भी बड़ा होकर आपको फल देगा. एसडीओ ने महादलित परिवारों से बच्चों को स्कूल जरूर भेजने, सफाई से रहने से और नशा से दूर रहने की अपील की. उन्होंने बताया कि रोपे गये पौधों की रिपोर्ट विकास मित्र हर दो माह पर देंगे.
छह माह के बाद राजगीर महोत्सव में अच्छी तरह से पौधे की सेवा करनेवाले पंचायत को प्रशस्ति पत्र व पुरस्कार दिया जायेगा. इसके अलावा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर साल भर में पौधों को अच्छी तरह देखभाल करनेवाले टोला का चयन कर उन्हें पुरस्कार दिया जायेगा. सरकार की भी योजना है कि हर घर के सामने एक पेड़ हो.
इसके अलावा एसडीओ ने बुधवार को सिलाव के नीरपुर, वेन के करजारा, गिरियक के विजय नगर, कतरीसराय के मायापुर में महादलित टोले में जाकर भी पौधारोपण किया. अनुमंडल कल्याण पदाधिकारी राजीव रंजन कुमार ने बताया कि यह अनुमंडल प्रशासन द्वारा एक नयी शुरुआत है. अनुमंडल के 330 टोले में बुधवार को 20 हजार फलदार पौधे रोपे गये. इन फलदार पौधों में जामुन, अमरूद, आंवला और कदम शामिल हैं.
एसडीओ रचना पाटिल के प्रयास से ही अनुमंडल के 330 टोले में रहनेवाले हरेक महादलित परिवार को एक-एक फलदार पेड़ दिये गये. यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है कि एक दिन में किसी अनुमंडल क्षेत्र में 20 हजार पेड़ रोपे गये. इस मौके पर अनुमंडल कल्याण पदाधिकारी राजीव रंजन कुमार, मुखिया कृष्णदेव प्रसाद उर्फ बच्चू बाबू सहित अन्य मौजूद थे.