* नालंदा से जैविक सब्जियों की पहली खेप मुंबई के लिए रवाना
बिहारशरीफ (नालंदा) : नालंदा की जैविक सब्जी का स्वाद अब मुंबई के लोग भी चखेंगे. इसके लिए मुंबई के ऑरगेनिक गार्डेन के साथ नालंदा ऑरगेनिक ग्रोवर फेडरेशन का एग्रीमेंट हुआ है. एग्रीमेंट के तहत नालंदा से जैविक सब्जियों की पहली खेप शनिवार को मुंबई के लिए रवाना हो गयी है.
नालंदा से मुंबई के लिए रवाना हुई जैविक सब्जियों की इस पहली खेप में तीन टन आलू एवं एक टन हरी सब्जियां शामिल हैं. हरी सब्जियों में कद्दू करैला, खीरा, बोरा, भिंडी व मिर्च शामिल हैं. इसके अलावा ट्रायल के लिए फूलगोभी दो पीस, शहद एक किलो, लहसुन 100 किलो भी मुंबई भेजा गया है. मुंबई सही सलामत पहुंचने के बाद ग्राहकों में क्या रिस्पांस रहता है, यह देखा जायेगा.
जैविक सब्जियों की आपूर्ति शेरे बिहार सोहडीह कृषक हित समूह द्वारा किया जा रहा है. मुंबई से जैविक सब्जी की खरीदारी करने नालंदा पहुंचे मुंबई के ऑरगेनिक गार्डेन मैनेजर सोर्सिग मनीष मोरे ने बताया कि जैविक सब्जियों की यह खेप सोहडीह से राजेंद्र नगर टर्मिनल पटना जायेगा.
वहां से पटना-मुंबई एक्सप्रेस 13201 पर लोड कर मुंबई पहुंच जायेगी. उन्होंने बताया कि नालंदा से अधिक मात्र में जैविक सब्जी मुंबई ले जाने की योजना है. ट्रांसपोर्टेशन की समस्या को देखते हुए ट्रायल बेसिस पर इन सब्जियों को मुंबई ले जाया जा रहा है. सब्जियों के मुंबई सही सलामत पहुंचने के बाद आगे की रणनीति तय की जायेगी.
ऑरगेनिक गार्डेन के सोर्सिग मैनेजर मनीष मोरे ने बताया कि नालंदा में जैविक सब्जियां बड़ी आसानी से कम दाम पर उपलब्ध हैं. संस्था की योजना नालंदा से बड़े पैमाने पर ऑरगेनिक सब्जी मुंबई भेजने की है. नालंदा में पर्याप्त मात्र में जैविक हरी सब्जियां उपलब्ध होने पर यहां कलेक्शन सेंटर खोला जायेगा.
कंपनी द्वारा एक आदमी को यहां बैठा कर जैविक सब्जी का कलेक्शन कर मुंबई भेजने की व्यवस्था की जायेगी. उन्होंने बताया कि मुंबई में जैविक सब्जी की मांग काफी अधिक है और इसके लिए वहां के ग्राहक मुंहमांगी राशि देने को तैयार हैं. नालंदा से सप्ताह में कम से कम तीन दिन जैविक सब्जी मुंबई भेजने की व्यवस्था की जायेगी.
* ऑरगेनिक गार्डेन के मुंबई में छह स्टोर
मैनेजर मनीष मोरे ने बताया कि ऑरगेनिक गार्डेन का पूरे महाराष्ट्र में जैविक उत्पादों का व्यवसाय है. जैविक फल, सब्जी, सलाद, ग्रोसरी आदि इसके माध्यम से बेचे जाते हैं. सभी छह स्टोर ऑनलाइन है. बिग बाजार व रिलायंस के मार्केट में इसके उत्पाद बेचे जाते हैं. उन्होंने बताया कि शेरे बिहार सोहडीह कृषक हित समूह को इकोसर्ट से सी-टू सर्टिफिकेशन मिल चुका है. सी-टू सर्टिफिकेशन मिलने, जैविक उत्पादों की प्रमाणिकता साबित होती है. नालंदा की जैविक सब्जी को बेचने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी.
* किसानों को मिल रहा नया बाजार
नालंदा ऑरगेनिक ग्रोवर फेडरेशन के चेयरमैन राकेश कुमार ने बताया कि जिस प्रकार जिले में जैविक उत्पादक किसानों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ रही है, जैविक उत्पादों क लिए बाजार भी मिल रहे हैं. बाजार मिलने से किसानों को अपने उत्पादों का अच्छा मूल्य प्राप्त होगा. इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. उन्होंने बताया कि जिन किसानों की जैविक सब्जियां मुंबई भेजी जा रही हैं, उनमें ब्रह्मदेव प्रसाद, पवन कुमार, नंदू प्रसाद, विमलेश कुमार, मनोज कुमार आदि शामिल हैं.
– ‘‘ जिले में बड़े पैमाने पर जैविक खेती की जा रही है. जैविक उत्पादों की मार्केटिंग की समस्या थी, जो अब धीरे-धीरे खत्म हो रही है. जैविक उत्पाद बेचने वाली कई कंपनियों से जैविक उत्पाद खरीदने लगी हैं. इससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा.‘‘
डीएन महतो, जिला उद्यान पदाधिकारी, नालंदा