नालंदा कॉलेज में बनेगा जिलास्तरीय परीक्षा भवन
बिहारशरीफ (नालंदा) : मगध विश्वविद्यालय के सबसे प्राचीन व गौरवशाली नालंदा कॉलेज के विकास पर ध्यान देने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक यहां के प्राचार्य डॉ देवेंद्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में आयोजित हुई. इस बैठक में कॉलेज के विकास और बुनियादी सुविधाओं को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये. इसमें कॉलेज के तमाम प्रोफेसर […]
बिहारशरीफ (नालंदा) : मगध विश्वविद्यालय के सबसे प्राचीन व गौरवशाली नालंदा कॉलेज के विकास पर ध्यान देने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक यहां के प्राचार्य डॉ देवेंद्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में आयोजित हुई.
इस बैठक में कॉलेज के विकास और बुनियादी सुविधाओं को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये. इसमें कॉलेज के तमाम प्रोफेसर मौजूद थे. बैठक के बाद प्राचार्य डॉ सिंह ने बताया कि यहां की सबसे बड़ी समस्या पेयजल को लेकर थी जो अब समाप्त हो गयी है. नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार ने अपने सांसद मद से यहां एक वाटर कूलर और केंट आरओ मुहैया कराया है जो काम कर रहा है. इसके अलावा एक अन्य वाटर कूलर भी सांसद द्वारा दिया जायेगा.
इसके लिए पूरा कॉलेज परिवार एवं विद्यार्थी सांसद श्री कुमार के प्रति शुक्रगुजार है. उन्होंने बताया कि कॉलेज के कॉमन रूम और छात्र संघ के कार्यालय भवन का जीर्णोद्धार किया जायेगा. कला विभाग में शिक्षकों के बैठने के लिए भवन का तेजी से जीर्णोद्धार किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कैंपस सुरक्षा पर खास ध्यान दिया जा रहा है. इसके लिए चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी को अतिरिक्त ड्यूटी पर लगाया गया है.
उन्होंने बताया कि इस कॉलेज के सबसे पुराना और ऐतिहासिक भवन एडवर्ड हॉल की खराब स्थिति को नवीकरण कर उसके ऊपरी तल पर आधुनिक और सुसज्जित पुस्तकालय कक्ष बनाया जायेगा. इसके अलावा यहां के अमरनाथ हॉस्टल की बिल्डिंग जो बेकार पड़ी हुई है. उसके जगह पर मगध विश्वविद्यालय से नई बिल्डिंग बनाने की स्वीकृति प्राप्त हो गयी है.
इस बिल्डिंग को मूर्त रूप दिया जा रहा है. प्राचार्य डॉ. सिंह ने बताया कि सबसे बड़ी उपलब्धि इस कॉलेज को अभी हाल में मिली है. राज्य सरकार ने इस कॉलेज में एक परीक्षा हॉल बनाने की स्वीकृति दी है, जिस पर तीन करोड़ रुपये खर्च होंगे. यह परीक्षा केंद्र ऐसा होगा जिसमें जिले में होने वाली परीक्षाओं को एक जगह व्यवस्थित करने में मददगार होगा.
इसकी प्रक्रिया शुरू हो गयी है. उन्होंने बताया कि कॉलेज में गल्र्स हॉस्टल बन कर तैयार हो गया है, जिसका उद्घाटन शीघ्र होगा. उन्होंने बताया कि भवन जीर्णोद्धार के लिए 20 लाख रुपये का प्रोजेक्ट विश्वविद्यालय को भेजा गया है, जिसकी स्वीकृति शीघ्र मिलने की संभावना है. उन्होंने बताया कि इस कॉलेज में शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों को आते और जाते समय हाजिरी बनाने की नयी व्यवस्था शुरू की गयी है, जिसका अच्छा परिणाम दिख रहा है.