मानवाधिकार आयोग ने मांगी रिपोर्ट
* विद्युत विभाग द्वारा की गयी छापेमारी का मुद्दा तूल पकड़ा* मुख्य सचेतक ने दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने को कहाहिलसा (नालंदा) : बिजली विभाग द्वारा हिलसा प्रखंड के मुरलीगढ़ में की गयी छापेमारी का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है. पीड़ित किसान द्वारा लगायी गयी गुहार के बाद मानवाधिकार आयोग ने जहां विद्युत बोर्ड […]
* विद्युत विभाग द्वारा की गयी छापेमारी का मुद्दा तूल पकड़ा
* मुख्य सचेतक ने दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने को कहा
हिलसा (नालंदा) : बिजली विभाग द्वारा हिलसा प्रखंड के मुरलीगढ़ में की गयी छापेमारी का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है. पीड़ित किसान द्वारा लगायी गयी गुहार के बाद मानवाधिकार आयोग ने जहां विद्युत बोर्ड के प्रबंध निदेशक से विस्तृत जांच प्रतिवेदन मांगा है, वहीं विधानसभा के सतारूढ़ दल के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार ने बोर्ड को मामले की जांच करके दोषी पदाधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने को कहा है.
विदित हो कि मुरलीगढ़ गांव निवासी अनुज प्रसाद उर्फ लोली के घर में सहायक विद्युत अभियंता आशिष कुमार सिंह, कनीय अभियंता राजेश कुमार तथा मिस्त्री कौशलेंद्र कुमार ने विगत 11 मई को छापेमारी की थी.
इस दौरान विभागीय पदाधिकारियों ने अवैध रूप से आटा-चक्की चलाने के आरोप में दो विद्युत मोटर जब्त करके 70986 रुपये का जुर्माना वसूला था. हालांकि, पीड़ित किसान लोली द्वारा अदालत में मुकदमा दर्ज करके गलत ढंग से छापेमारी करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि उनके गांव में वर्षो से 11 हजार वोल्ट का लाइन बंद है, तो विद्युत चोरी कैसे होगी ? मुकदमा में विद्युत अधिकारियों द्वारा केस का भय दिखा कर जुर्माने की राशि जबरन वसूलने, बक्से से 10 हजार रुपये तथा सोने की चैन छीन लेने का आरोप लगाया था.
इस संबंध में पीड़ित किसान द्वारा सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार तथा मानवाधिकार आयोग के पास पत्र भेज कर न्याय हेतु गुहार लगायी गयी थी. उक्त पत्र के आलोक में बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक से विस्तृत जांच प्रतिवेदन मांगा गया है.