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नालंदा से जुड़ा है गिरफ्तार दीपक का तार

बिहारशरीफ (नालंदा) : अरवल से गिरफ्तार साइबर क्राइम एक्सपर्ट दीपक का तार बिहारशरीफ से भी जुड़ा था. इस शातिर साइबर एक्सपर्ट ने बिहारशरीफ के विभिन्न शिक्षण संस्थानों व बुद्धिजीवियों को झांसे में लेकर लैपटॉप व साइबर टिप्स देने के नाम पर लाखों की वसूली की थी. शनिवार को अरवल पुलिस ने उसे अरवल समाहरणालय परिसर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:54 PM

बिहारशरीफ (नालंदा) : अरवल से गिरफ्तार साइबर क्राइम एक्सपर्ट दीपक का तार बिहारशरीफ से भी जुड़ा था. इस शातिर साइबर एक्सपर्ट ने बिहारशरीफ के विभिन्न शिक्षण संस्थानों व बुद्धिजीवियों को झांसे में लेकर लैपटॉप व साइबर टिप्स देने के नाम पर लाखों की वसूली की थी. शनिवार को अरवल पुलिस ने उसे अरवल समाहरणालय परिसर से गिरफ्तार कर लिया.

बताया जाता है कि दीपक आत्मदाह से संबंधित एसएमएस अरवल के एसपी, डीएसपी सहित वहां के वरीय पदाधिकारियों को भेज कर खुद समाहरणालय पहुंचा था. पुलिस द्वारा जब उसे गिरफ्तार किया गया, तो उसके संबंध में आयी विभिन्न तरह की जालसाजी के मामले का परदाफाश हो सका.

यहां बता दें कि पिछले दिनों दीपक द्वारा नालंदा जिले के विभिन्न शिक्षण संस्थानों से लैपटॉप सहित अन्य तथ्यों का सब्जबाग दिखाकर लाखों की ठगी कर फरार हो गया था. यहां तक कि जब तक वह यहां के होटलों में ठहरा उसके बिल भी उसके द्वारा नहीं भरे गये. इससे पहले कि यहां के लोग कुछ समझ पाते, तब तक वह फरार हो चुका था.

अरवल पुलिस सूत्रों की मानें, तो दीपक के खिलाफ किंजर थाने में वर्ष 2012 में रंगदारी का केस दर्ज हुआ था. ओड़िसा के प्लांट साइड थाने में, 2012 डोरंडा थाना रांची में, जहानाबाद थाना में एवं छपरा थाना में वर्ष 2013 में इस शातिर के खिलाफ कांड दर्ज हो चुका है. जानकारों की मानें तो दीपक साइबर क्राइम एक्सपर्ट के तौर पर अफसरों को ट्रेनिंग देता था.

आपराधिक गतिविधयों में दीपक की संलिप्ता के बारे में बताया जाता है कि वह लैपटॉप और साइबर क्राइम से संबंधित प्रशिक्षण दिलाने के नाम पर लोगों से पैसे की उगाही करता था. किंजर थाने के कोचहसा गांव के रहने वाले दीपक के बारे में जानकार सूत्रों ने बताया कि उसका घर पहले भी कुर्की जब्ती हो चुकी है. वह कंप्यूटर का अच्छा जानकार होने के कारण जरूरतमंदों को अपने झांसे में लेकर उनसे पैसे की ठगी तथा ब्लैकमेलिंग करता था.

दीपक की गिरफ्तारी के बाद इसके संबंध में कई अहम खुलासे की जायेगी. इसके झांसे में फंसे बिहारशरीफ के कई शिक्षण संस्थान के प्रबंधकों ने बताया कि इसके द्वारा कई एक तरह का प्रलोभन देकर लाखों रुपये का वसूली किया गया है. आरपीएस स्कूल के प्राचार्य अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि शातिर ठग दीपक कुमार के इस शातिराना हरकत से स्कूली बच्चों के मन में उसके प्रति नकारात्मक भाव पैदा हुआ है.

श्री सिंह ने कहा है कि उसकी गिरफ्तारी से बुद्धिजीवी वर्ग में काफी खुशी की लहर है. कानून उसे कड़ी से कड़ी सजा दे. यहां बता दें कि साइबर टिप्स के नाम पर दीपक पुलिस के वरीय अधिकारियों को भी प्रशिक्षण दिया करता था. दीपक के खिलाफ मुजफ्फर की एक महिला रिसेप्सिनिस्ट द्वारा भी मामला दर्ज कराया गया था.

* साइबर टिप्स व लैपटॉप के नाम पर जिले से की थी लाखों की वसूली
* अरवल समाहरणालय से हुई गिरफ्तारी

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