सांसद ने किया हिलसा के पश्चिमी गांवों का दौरा
हिलसा (नालंदा) : करायपरशुराय तथा हिलसा के पश्चिमी इलाके में संभावित बाढ़ से बचाव कार्यो की समीक्षा के उद्देश्य से नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार ने दर्जनों गांवों का भ्रमण किया. इस दौरान इलाके में पूर्व से हुए खांढ़ की मरम्मती, पइन की खुदाई, तटबंधों की सुदृढ़ीकरण आदि कार्यो को सांसद ने नजदीक से देखा […]
हिलसा (नालंदा) : करायपरशुराय तथा हिलसा के पश्चिमी इलाके में संभावित बाढ़ से बचाव कार्यो की समीक्षा के उद्देश्य से नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार ने दर्जनों गांवों का भ्रमण किया.
इस दौरान इलाके में पूर्व से हुए खांढ़ की मरम्मती, पइन की खुदाई, तटबंधों की सुदृढ़ीकरण आदि कार्यो को सांसद ने नजदीक से देखा तथा ग्रामीणों की समस्याओं को भी सुना. भ्रमण के दौरान सांसद श्री कुमार ने मुख्य रूप से करायपरशुराय प्रखंड के मकरौत पंचायत के वैसे गांवों का दौरा किया, जहां प्रत्येक बरसात के मौसम में भीषण बाढ़ की स्थिति बनी रहती है.
इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि डियावां-पमेड़ा सड़क में पुल-पुलिया की संख्या कम रहने के कारण सड़क के दक्षिण वाले सभी गांव डूब जाते हैं. इसी प्रकार इस पंचायत के जलालपुर गांव से पूरव बाजिदपुर में फल्गू नदी से चिकसौरा की ओर जाने वाली पइन की खुदाई गांव प्रत्येक वर्ष बाढ़ की चपेट में आ जाता है.
ग्रामीणों ने इस पइन में एक बड़ा छिलका बनाने की मांग किया. इसी प्रकार बड़ही विगहा के किसानों द्वारा लोकाइन नदी से पटवन हेतु पुलिस निर्माण कराने की मांग की गयी. भ्रमण के बाद सांसद श्री कुमार ने बताया कि बाढ़ से इलाके में बचाव के लिए लघु सिंचाई द्वारा सिर्फ खानापूर्ति की गयी है.
हिलसा प्रखंड चिकसौरा प्रखंड के बरियारपुर गांव के दक्षिण एवं पूरब में दो वर्ष हुए आधा दर्जन खांढ़ की अब तक मरम्मती नहीं किया जाना विभागीय लापरवाही को दर्शाता है. इसी प्रकार डोर एवं सूढ़ नदी की खुदाई में करोड़ों रुपये खर्च किया गया, लेकिन इन नदियों को लोकाइन नदी से नहीं जोड़ा गया, जिससे उक्त दोनों नदियों में पानी नहीं जा पाता है. फलत: दोनों नदियों के इर्द-गिर्द के गांवों के किसानों को सिंचाई की सुविधा नहीं मिल सकी है.
उन्होंने कहा कि फल्गु नदी से निकलने वाले आधा दर्जन से भी अधिक पइन एवं इसके तटबंधो में हुए खांढ़ की मरम्मती तथा छोटे-छोटे पुल-पुलियों के निर्माण नहीं किये जाने से इलाके में बाढ़ की स्थिति अत्यंत गंभीर बन जाती है. उन्होंने कहा कि यदि विभाग द्वारा इस दिशा में अविलंब कार्रवाई नहीं किया गया तो पूर्व की भांति इस बार भी पूरा पश्चिमी इलाका बाढ़ की चपेट में आ जायेगा.
इस मौके पर सांसद के साथ जैनेंद्र कुमार, भरत शर्मा, विनोद कुमार, संजय कुमार मुखिया, श्रवण कुमार, डॉ. शैलेंद्र कुमार सिन्हा, रामदहीन यादव समेत दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे.