बिहारशरीफ (नालंदा) : धान की खेती श्री विधि से करने पर उत्पादन व उत्पादकता में काफी वृद्धि होती है, यह सर्व विदित हो चुका है. इस बात को ध्यान में रखते हुए श्री विधि से धान की रोपनी को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा अनेकों कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं. इन कार्यक्रमों का असर अब देखा जा रहा है. फिर भी श्री विधि अभी भी छोटे किसानों के छोटे क्षेत्रफल में हीं उपयोग में लाया जा रहा है. अभी भी बड़े किसानों के बड़े क्षेत्रफल में श्री विधि से धान की रोपनी में कठिनाइयां आ रही हैं.
इसका एक बहुत बड़ा काकरण महिला रोपनहारों का श्री विधि से धान की रोपनी में निपुण में नहीं होना है. ज्ञातव्य है कि श्री विधि से धान की रोपनी बिचड़े 10 से 12 दिन के हीं लगाये जाते हैं, जबकि परंपरागत विधि में 25 दिन से ज्यादा के बिचड़े का उपयोग होता है.
श्री विधि में एक बिचड़े को निश्चित दूरी पर सतह पर रख दिया जाता है, जबकि परंपरागत विधि में 3 से 4 बिचड़ों को जमीन में दबाया जाता है. श्री विधि से धान की रोपनी में रोपनहारों को विशेष कर महिला रोपनहारों को निपुण करने के लिए कृषि विभाग के जिला कार्यालय द्वारा प्रशिक्षण की व्यवस्था की गयी है. इसके तहत जिले के 9991 महिला रोपनहारों को श्री विधि से धान की रोपनी का प्रशिक्षण दिया जायेगा. यह प्रशिक्षण जिले के सभी प्रखंडों के विभिन्न पंचायतों (करीब 100) में कराया जायेगा.
महिला रोपनहारों के प्रशिक्षण हो जाने पर श्री विधि से धान की खेती में आशातीत फैलाव होगा. यह प्रशिक्षण 02 से 15 जुलाई तक आयोजित किये जायेंगे. रोपनहारों का प्रशिक्षण सही ढंग से चल रहा है या नहीं, इसकी निगरानी के लिए जिला स्तर पर तीन दल का गठन किया गया है.
यह दल जिला कृषि पदाधिकारी, प्रसार रमेश प्रसाद के नेतृत्व में काम करेगा, दूसरा अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, हिलसा मो. अलाउद्दीन के नेतृत्व में एवं तीसरा दल अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, बिहारशरीफ अरुण कुमार झा के नेतृत्व में कार्य करेगा. टीम में शामिल अधिकारी रोपनहारों के प्रशिक्षण के समय उपस्थित रहेंगे तथा प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद प्रशिक्षण की गुणवत्ता के संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी को प्रतिवेदन समर्पित करेंगे.
रोपनहारों के श्री विधि में निपुण नहीं होने के कारण इस विधि को विस्तार देने में बाधा आ रही है. इसी बात को ध्यान में रखकर कृषि विभाग द्वारा जिले के महिला किसानों को श्री विधि से धान की रोपनी में निपुण बनाने के उद्देश्य से प्रशिक्षण की व्यवस्था की गयी है. जिले के 9991 महिला रोपनहारों को प्रशिक्षण करने का लक्ष्य है. इसके लिए सभी प्रखंडों में पंचायत स्तर पर प्रशिक्षण 02 से 15 जुलाई तक दिये जायेंगे.
सुदामा महतो, जिला कृषि पदाधिकारी, नालंदा