हिलसा (नालंदा) : हिलसा प्रखंड में इंदिरा आवास योजना के तहत बिचौलिया के माध्यम से बड़े पैमाने पर कमीशन की राशि उगाही करनेवाले गिरोह का शनिवार को परदाफाश हुआ. अनुमंडल पदाधिकारी अजीत कुमार सिंह ने छापेमारी कर ढ़ाई दर्जन लाभुकों के पासबुक साथ एक बिचौलिया को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार बिचौलिया के बयान के आधार पर हिलसा के प्रखंड विकास पदाधिकारी निर्मला कुमारी के पति विनोद कुमार की सीधी संलिप्ता सामने आ रही है. बिचौलिया प्रावि सोहरापुर में प्रभारी प्रधानाध्यापक हैं. बताया जाता है कि हिलसा प्रखंड के मिर्जापुर पंचायत के विभिन्न गांव के ढ़ाई दर्जन लाभुकों के साथ चमंडी गांव निवासी नागेंद्र रविदास हिलया आया.
इंदिरा आवास योजना के तहत पैसा मिलने की बात कह कर नागेंद्र सभी लाभुकों को मध्य बिहार ग्रामीण बैंक की हिलसा शाखा में ले गया. इसके बाद सभी से निकासी फॉर्म पर अंगूठे का निशान लगवा कर एक बगीचा में यह कह कर बैठा दिया कि हम सभी का पैसा यहीं पर लेकर आते हैं. बिचौलिया की बात पर सभी लाभुक उक्त बगीचा में इंतजार कर रहे थे.
इसी बीच गुप्त सूचना के आधार पर अनुमंडल पदाधिकारी अजीत कुमार सिंह ने मध्य बिहार ग्रामीण बैंक में छापामारी की, लेकिन वहां से बिचौलिया भागने में सफल हो गया. इसके बाद एसडीओ श्री सिंह ने उक्त बगीचे से बिचौलिया को गिरफ्तार कर लिया. एसडीओ श्री सिंह के निर्देश पर अंचलाधिकारी सतीश कुमार तथा सहायक जिला आपूर्ति पदाधिकारी किशोर कुमार मिश्र ने बिचौलिया से पूछताछ किया.
इस दौरान बिचौलिया नागेंद्र रविदास ने बताया कि प्रति लाभुक बैंक से तीस हजार प्रथम किस्त के रूप में निकालना था. इसमें से बीस हजार लाभुक को तथा आठ हजार बीडीओ के पति विनोद कुमार तथा चार सौ रुपये बैंक कर्मी को एवं सोलह सौ रुपये स्वयं रखता था. इसी क्रम में एसडीओ श्री सिंह, डीएसपी राकेश कुमार सिन्हा तथा पुलिस निरीक्षक शिवाजी ने बैंक में भी छापामारी किया, लेकिन इसके पूर्व बैंक से पैसा निकासी का सारा परची गायब कर दिया गया.
एसडीओ श्री सिंह ने बताया कि इंदिरा आवास योजना में कमीशनखोरी की शिकायत उन्हें पूर्व से मिल रही थी. आज पूरे सबूत के साथ बिचौलिया गिरफ्त में आ गया. पूरे मामले में बैंक कर्मियों की भी भूमिका संदिग्ध है. बिचौलिया के बयान पर बीडीओ के पति एवं इससे जुड़े अन्य लोगों की भूमिका की भी गहन जांच करायी जायेगी.