जांच की व्यवस्था खोखली
बड़ी घटना के बाद जागता है राज्य का सुरक्षा तंत्रबिहारशरीफ : गया के महाबोधि मंदिर में सीरियल बम विस्फोट की घटना के बाद जारी अलर्ट ने सुरक्षा तंत्र की नींद हराम कर दी है.नालंदा में भी इसका व्यापक असर दिखने को मिल रहा है. नालंदा के अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल,सार्वजनिक स्थल,सरकारी कार्यालय व अन्य धार्मिक स्थलों […]
बड़ी घटना के बाद जागता है राज्य का सुरक्षा तंत्र
बिहारशरीफ : गया के महाबोधि मंदिर में सीरियल बम विस्फोट की घटना के बाद जारी अलर्ट ने सुरक्षा तंत्र की नींद हराम कर दी है.नालंदा में भी इसका व्यापक असर दिखने को मिल रहा है.
नालंदा के अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल,सार्वजनिक स्थल,सरकारी कार्यालय व अन्य धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को फिलवक्त कसा गया है.बात जिले के अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थलों की करें तो यहां का सुरक्षा तंत्र पुरी तरह हाशिये पर चला गया है.हालांकि संबंधित सुरक्षा एजेंसी ठोस व सुदृढ़ सुरक्षा मुहैया कराने का राग अलापने से बाज नहीं आती.
अभी हाल के दिनों में नालंदा के विश्वविख्यात म्यूजियम में एक सुरक्षा की गार्ड की मौत का कारण भी सुरक्षा की एक बड़ी चुक थी. गार्ड की मौत म्यूजियम परिसर में लगे फ्रिज के स्पर्श के दौरान हो गयी थी. फ्रिज में पूर्व से करेंट आने की बात पुलिस द्वारा बतायी गयी थी.
नालंदा जिले के राजगीर,नालंदा व पावापुरी ऐसे तीन क्षेत्र हैं,जहां देसी व विदेशी पर्यटकों का आना लगा रहता है.बीएमपी व नालंदा पुलिस बल पर उक्त स्थलों की सुरक्षा की बागडोर रहती है. नालंदा का विश्वविख्यात खंडहर का पीछे का भाग सुरक्षा के लिहाज से काफी कमजोर है.
उक्त रास्ते से कोई भी बड़ी ही आसानी से खंडहर में प्रवेश कर सकता है,हालांकि नालंदा पुलिस का तर्क है उक्त स्थान पर सुरक्षा के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है.राजगीर का रोपवे भी सुरक्षा के लिहाज से काफी कमजोर है,रोप वे पर चढ़ने से पहले किसी भी यात्री की तलाशी नहीं ली जाती है. वहीं दूसरी तरफ रोपवे के पीछे का भाग ऊपर जाता है,जो सुरक्षा के लिहाज से सही नहीं है.
अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थलों की बागडोर मुख्यत: बीएमपी के जवान व नालंदा बल के जिम्मे है.किसी खास अवसर पर इन स्थलों पर जिले के वरीय पुलिस अधिकारी जाकर सुरक्षा का मुआयना करते हैं.
राजगीर के अन्य महत्वपूर्ण स्थल मसलन राजगीर कुंड,सोन भंडार,अखाड़ा आदि स्थल की सुरक्षा संबंधित थाना पुलिस के जिम्मे होता है,राजगीर कुंड के पास एक टीओपी है,जो सुरक्षा की बागडोर अपने कंधे पर रखता है.
अलर्ट के बाद बढ़ी सुरक्षा
महाबोधि मंदिर में आतंकी बम विस्फोट के बाद जारी अलर्ट के बाद संबंधित क्षेत्रों व अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. जिला मुख्यालय के दो धार्मिक स्थलों पर विशेष चौकसी का आदेश दिया गया है.संबंधित धार्मिक स्थलों पर सादी वरदी में पुलिस को लगाया गया है. इसके अलावा संदेहास्पद लोगों पर विशेष नजर रखने की बात कही गयी है.
इसी तरह राजगीर के अतिमहत्वपूर्ण स्थलों पर स्थित होटलों की तलाशी जोरों पर ली जा रही है.कई महत्वपूर्ण स्थलों के प्रबंधकों के साथ नालंदा जिले के वरीय पुलिस पदाधिकारी संपर्क साधे हुए हैं,किसी भी बात की खबर संबंधित पुलिस पदाधिकारियों के दूरभाष पर तत्काल देने की बात भी बतायी गयी है.
राजगीर के एसडीपीओ मुकुल रंजन ने बताया कि नालंदा,राजगीर,सिलाव सहित अन्य थानाध्यक्षों को क्षेत्र के पर्यटक स्थलों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया है.संबंधित क्षेत्रों में वैसे लोगों की पहचान करने की बात भी कही गयी है,जो संदेहास्पद प्रतीत लगे.