बिहारशरीफ (नालंदा) : जिले के तीन प्रखंडों नगरनौसा, चंडी व बिहारशरीफ शहरी क्षेत्र के प्राथमिक व मध्य विद्यालयों के बच्चों को एकता शक्ति फाउंडेशन नगरनौसा व बिहारशरीफ द्वारा मिड डे मील की आपूर्ति की जाती है.
एकता शक्ति फाउंडेशन द्वारा मिड डे मील आपूर्ति करने से हाथ खींच लेने के बाद जिले के करीब 50 से 60 हजार स्कूली बच्चे मिड डे मील योजना के लाभ से वंचित हो गये हैं. इस संबंध में एकता शक्ति फाउंडेशन के उपाध्यक्ष ने निदेशक मध्याह्न् भोजन योजना, बिहार को पत्र लिख कर कहा है कि 16 जुलाई को सारण प्रमंडल के छपरा जिला में मध्याह्न् भोजन योजना संचालन के दौरान विषाक्त भोजन से करीब दो दर्जन स्कूली बच्चे काल के गाल में समा गये हैं तथा करीब 80 बच्चे जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं.
छपरा में इस योजना का संचालन विद्यालय शिक्षा समिति कर रही थी. इस घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. इस घटना का व्यापक असर हर तरफ देखा जा रहा है. इस घटना के बाद एहतियात के तौर पर वैशाली में मध्याह्न् भोजन की आपूर्ति नहीं की जा रही है.
अन्य जिलों पटना, नालंदा, बेगुसराय एवं गया में आपूर्ति जारी थी. इस दौरान कई प्रखंडों के दर्जनों विद्यालयों के शिक्षकों ने मध्याह्न् भोजन लेने से यह कहते हुए मना कर दिया कि बच्चे मध्याह्न् भोजन नहीं खाना चाह रहे हैं. वे छपरा की घटना से डरे हुए हैं. एकता शक्ति फाउंडेशन के उपाध्यक्ष ने कहा है कि ऐसी परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए हमारी संस्था में सेवा दे रहे सभी स्वयंसेवी काफी दुखी और डरा हुआ महसूस कर रहे हैं.
अत: श्रीमान से मार्गदर्शन चाहते हैं कि क्या हम इस योजना से अपना हाथ हटा लें? क्योंकि कल को अगर हमारी संस्था द्वारा मिड डे मील आपूर्ति में अगर साजिश के तहत कुछ डाल दिया गया तो इतना बड़ा कलंक लेकर हम कैसे जी पायेंगे. इसकी प्रतिलिपि जिला प्रभारी पदाधिकारी नालंदा को भी भेजी गयी है.