छपरा (सदर) : मशरक प्रखंड के नवसृजित माध्यमिक विद्यालय गंडामन में गत मंगलवार को मध्याह्न् भोजन करने के बाद 22 बच्चों की मौत व तीन दर्जन के पीड़ित होने की घटना को राजद ने गंभीरता से लिया है. इसी को लेकर 20 जुलाई को समाहरणालय के समक्ष तथा सारण जिले में समाहरणालय परिसर में महाधरना आयोजित करने का निर्णय लिया गया है.
इस संबंध में जिलाध्यक्ष बलागुल मोबिन द्वारा जिला पदाधिकारी तथा सदर अनुमंडल पदाधिकारी के कार्यालय में आवेदन देकर समाहरणालय परिसर में महाधरना का आयोजन करने की अनुमति मांगी गयी है.
गुरुवार को दिये गये इस पत्र में मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये प्रति बच्चा व परिवार के एक–एक सदस्य को सरकारी नौकरी तथा पीड़ितों को दो लाख रुपये प्रति पीड़ित मुआवजा देने की मांग की गयी है. वहीं, मुआवजा नहीं देने पर 20 जुलाई को समाहरणालय परिसर में महाधरना आयोजन का कार्यक्रम निर्धारित करने का निर्णय लिया गया है.
महाधरना महाराजगंज के सांसद प्रभुनाथ सिंह, पूर्व राज्य मंत्री उदित राय, मुनेश्वर चौधरी, पूर्व विधायक यदुवंशी राय, केदारनाथ सिंह, जितेंद्र राय एवं बलागुल मोबिन के नेतृत्व में आयोजित होगा. इसमें घटना के बाद प्रशासनिक उदासीनता, लचर स्वास्थ्य व्यवस्था आदि को लेकर प्रशासन व सरकार को घेरने का रुख राजद नेताओं ने बनाया है.
आड़े आयेगा कानूनी पेच!
राजद अध्यक्ष द्वारा ज्ञापन में समाहरणालय परिसर में 20 जुलाई को प्रात: 10.30 बजे से धरना आयोजन की घोषणा व इससे संबंधित पत्र प्रशासन को दिया गया है. वहीं, इस संबंध में पूछे जाने पर डीएम अभिजीत सिन्हा ने कहा कि समाहरणालय परिसर में धरना–प्रदर्शन पर पूरी तरह रोक है.
उन्होंने कहा कि अभी राजद के जिलाध्यक्ष द्वारा रिसीव कराया गया पत्र उन्हें नहीं मिला है, परंतु समाहरणालय परिसर में किसी भी स्थिति में महाधरना की अनुमति नहीं दी जायेगी.