हेल्थ स्मार्ट कार्ड का लाभ देने में अस्पताल उदासीन
बिहारशरीफ : गरीबी रेखा से नीचे बसर करनेवाले परिवारों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा लागू राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के क्रियान्वयन में जिले के सरकारी अस्पतालों का रवैया काफी उदासीन रहा है. इस योजना के तहत जारी हेल्थ स्मार्ट कार्ड पर अधिकतर बीपीएल परिवारों को इस योजना से जुड़े निजी […]
बिहारशरीफ : गरीबी रेखा से नीचे बसर करनेवाले परिवारों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा लागू राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के क्रियान्वयन में जिले के सरकारी अस्पतालों का रवैया काफी उदासीन रहा है.
इस योजना के तहत जारी हेल्थ स्मार्ट कार्ड पर अधिकतर बीपीएल परिवारों को इस योजना से जुड़े निजी अस्पतालों में हीं इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है. दिसंबर, 2012 से आइसीआइसीआइ लोंबार्ड बीमा कंपनी के सहयोग से दोबारा शुरू की गयी इस योजना के तहत 2,65,000 हेल्थ स्मार्ट कार्ड जारी किये गये हैं. पांच सरकारी अस्पतालों सहित 41 अस्पतालों में इस योजना से जोड़ा गया है.
इस दौरान करीब 10 हजार मरीजों के इलाज व ऑपरेशन पर कंपनी द्वारा करीब 5.90 करोड़ रुपये का भुगतान अस्पतालों को किया गया है. पांच सरकारी अस्पतालों में सदर अस्पताल, रेफरल अस्पताल हिलसा व राजगीर एवं अस्थावां व चंडी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं. हालांकि, इन सरकारी अस्पतालों में काफी प्रयास के बाद भी कुल लाभुक मरीजों में से पांच फीसदी से भी कम हेल्थ स्मार्ट कार्डधारियों को इलाज की सुविधा प्रदान की गयी है
संबंधित बीमा कंपनी के स्थानीय प्रबंधक अदीब अनवर ने बताया कि इस योजना के तहत हेल्थ स्मार्ट कार्ड पर बीपीएल परिवार के अधिकतम 5 सदस्यों को चयनित अस्पतालों में तीस हजार रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा दी जा रही है. इसके अलावा अस्पताल आने-जाने के लिए एक सौ रुपये से अधिकतम एक हजार रुपये तक का यात्रा भत्ता एवं अस्पताल में भरती होने पर मुफ्त खाने-पीने की व्यवस्था की गयी है.