सिलाव (नालंदा) : प्रखंड क्षेत्र के करियन्ना मध्य विद्यालय को उत्क्रमित मध्य विद्यालय में परिणत न करने को लेकर करियन्ना गांव के हजारों ग्रामीणों ने प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के कार्यालय पर मंगलवार को धरना-प्रदर्शन किया.
प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी अंजू चौधरी कार्यालय बंद कर फरार हो गयी. बीडीओ नंद बिहारी प्रसाद के आश्वासन पर करीब चार घंटों से चल रहा प्रदर्शन समाप्त किया गया.
इस संबंध में प्रदर्शनकारियों ने बताया कि करियन्ना गांव की आबादी लगभग आठ हजार है, जिसमें दलित, महादलित, अल्पसंख्यक, अतिपिछड़ा व सामान्य जाति के लोग हैं. उनका आरोप है कि बीइओ द्वारा इतनी बड़ी आबादी को नजर अंदाज कर तीन सौ की आबादीवाले गांव जय किशुन विगहा स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय को उच्च विद्यालय में परिणत करने की अनुशंसा कर दी गयी. उन्होंने कहा कि करियन्ना मध्य विद्यालय वर्ष 1952 से चल रहा है.
इस विद्यालय के पास पर्याप्त जमीन भी है. पंचायत के मुखिया बलराम सिंह ने बताया कि यहां 22 जाति के लोग हैं. यहां उच्च विद्यालय खुलने से पूरे पंचायत को लाभ मिलेगा, लेकिन बीइओ एक साजिश के तहत यहां से विद्यालय हटा रहे हैं.
* दहशत में रहीं छात्राएं
करियन्ना उच्च विद्यालय बनाने को लेकर हजारों ग्रामीणों ने बीआरसी भवन सिलाव को घेरा, जिससे परिसर में संचालित कस्तूरबा विद्यालय की छात्राएं चार घंटों तक दहशत में रहीं. पदाधिकारी इसकी परवाह न कर कार्यालय में ताला लगा कर खुद जान बचा कर निकल गयी.