पेन ड्राइव में फर्जी दस्तावेज लेकर घूम रहे हैं एक्सपर्ट
कार्रवाई : नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बड़े फर्जीवाड़े के आसार! नालंदा पुलिस निकट भविष्य में एक बड़े फर्जीवाड़ा का भंडाफोड़ करने जा रही है.खबर है कि एंटी सोशल वर्कर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लिए भारी पैमाने पर फर्जी सरकारी कागजात तैयार करने में जुटे हैं. जिममें मुख्य रूप से जमीन व दूसरे अति महत्वपूर्ण फर्जी […]
कार्रवाई : नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बड़े फर्जीवाड़े के आसार!
नालंदा पुलिस निकट भविष्य में एक बड़े फर्जीवाड़ा का भंडाफोड़ करने जा रही है.खबर है कि एंटी सोशल वर्कर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लिए भारी पैमाने पर फर्जी सरकारी कागजात तैयार करने में जुटे हैं.
जिममें मुख्य रूप से जमीन व दूसरे अति महत्वपूर्ण फर्जी सरकारी कागजात शामिल हैं.इस काम को अंजाम देने में ऐसे तत्व अपने एक्सपर्ट को लगा रखा है.फर्जी कागजात को यह एक्सपर्ट पेन ड्राइव में लेकर गले में बांध कर चल रहे हैं.
बिहारशरीफ : हाल के दिनों में जो जानकारियां पुलिस को मिली है वह सही में चौंकाने वाली है. खबर है कि जिले में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भारी पैमाने पर फर्जी सरकारी कागजात तैयार किये जा रहे हैं.
इस कार्य को अंजाम देने में इन्होंने अपने एक्सपर्ट को लगा रखा है. इसके लिए इंटरनेट व सोशल साइट का प्रयोग धड़ल्ले से लिया जा रहा है. खुफिया विंग से मिले इनपुट के बाद नालंदा पुलिस के कान खड़े हो गये हैं. उक्त बातों की पुष्टि एसटीएफ(अभियान) विभाष कुमार ने की है.
उन्होंने बताया कि जानकारी के बाद पुलिस अपना काम कर रही है.इसके लिए जिले के सभी थानाध्यक्षों को भी विशेष दिशा-निर्देश जारी किया गया है.निकट भविष्य में नालंदा पुलिस इससे संबंधित एक बड़ा खुलासा कर सकती है.खुफिया विंग उन वांछित तत्वों के करीब पहुंचने का प्रयास कर रही है,जो इस तरह के कामों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं.
इंटरनेट व सोशल साइट पर रखी जा रही है नजर
नालंदा पुलिस अपनी हालिया तफ्तीश में यह पता चलाने में कामयाब रही है कि जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की जमीन में प्रयोग लाये जाने वाले दस्तावेजों को तैयार करने में भारी पैमाने पर फर्जीवाड़ा का प्रयोग कर रही है.इस फर्जीवाड़ा में दूसरे सरकारी कागजात भी तैयार किये जा रहे हैं.
असामाजिक तत्व साइबर क्राइम से भी जुड़े हैं.उनके द्वारा इंटरनेट व सोशल साइट का भी प्रयोग किया जा रहा है.नालंदा पुलिस जानकारी के बाद इंटरनेट व सोशल साइट पर पैनी नजर रख रही है.इस कार्य के लिए एक्सपर्ट की मदद ली जा रही है. एसटीएफ (अभियान) ने बताया कि अभी तक के अनुसंधान में किसी तरह का मामला तो शामिल नहीं आया है,लेकिन कुछ ऐसी बारीकियां पकड़ में आयी है,जिसके आधार पर कहा जा सकता है कि ऐसे कामों को अंजाम दिया जा रहा है.उन्होंने बताया कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के जमीन का भाव आसमान छू रहा है.