* भगवा झंडे से पटा शहर का चप्पा–चप्पा
* विश्वासघात रैली में जुटेंगे प्रांतीय व राष्ट्रीय स्तर के दिग्गज नेता
बिहारशरीफ (नालंदा) : नीतीश के गढ़ नालंदा में विश्वासघात रैली के बहाने पहली बार भाजपा अपने दम–खम व शक्ति का प्रदर्शन गुरुवार को करेगी. जदयू से अलग होने के बाद जिले में आयोजित इस रैली को सफल बनाने के बाद भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है.
गांव से लेकर शहर तक भाजपा नेताओं ने कार्यकर्ताओं को एकजुट करने एवं उन्हें रैली में शामिल कराने के लिए सघन अभियान चलाया है. भगवा झंडे, बैनर एवं होर्डिग से शहर का चप्पा–चप्पा पटा हुआ है. जदयू से खार खायी भाजपा ने नालंदा से विश्वासघात रैली की शुरुआत कर पूरे प्रांत में एक नये संदेश देने का प्रयास की है.
भाजपा के राष्ट्रीय व राज्य के दिग्गज व कद्दावर नेताओं के साथ करीब तीन दर्जन विधायकों का इस रैली में भाग लेने की घोषणा से यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि इस कार्यक्रम को भाजपा कितनी गंभीरता से ले रही है. पिछले 17 साल तक जदयू के साये में दबी जिला भाजपा में नई जान फूंकने तथा कार्यकर्ताओं के जोश को पुनरजीवित करने के लिए पार्टी इस रैली को सुनहरा अवसर के रूप में ले रही है.
राजग गंठबंधन में रहते हुए भाजपा कार्यकर्ता नालंदा हीं नहीं पूरे सूबे में जदयू को पिछलग्गू की भूमिका में नजर आते थे. कई भाजपा कार्यकर्ता उपेक्षित महसूस कर निष्क्रिय हो गये थे. ऐसे कार्यकर्ताओं में नया जोश भरने के लिए पार्टी द्वारा भरसक प्रयास किया जा रहा है.
इस कार्यक्रम की सफलता भाजपा के अघोषित भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नालंदा में नबंवर में निर्धारित आमसभा की जमीन तैयार करने का काम करेगी. इस रैली के माध्यम से भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को जोड़ने और उन्हें प्रोत्साहित करने में कितना सफल होगी, इस पर जदयू के साथ सभी पार्टियों की निगाहें टिकी हुई है.