अस्थावां (नालंदा) : गुरुवार की दोपहर बाद रोशन कुमार का शव गोटिया गांव पहुंचते हीं ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. मृतक के परिजन जहां दहाड़ मार कर रो रहे थे, वहीं ग्रामीणों ने शव को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अस्थावां के पास मुख्य मार्ग पर रख कर सड़क जाम कर दी.
रोशन के पिता राजो पासवान पर तो जैसे दुखों का पहाड़ हीं टूट पड़ा हो. अपनी डबडबाई आंखों से दर्द बयां करते हुए इतना हीं कहा कि भगवान ने अनर्थ कर दिया. रोशन की चार बच्चियां तथा एक पुत्र है. उन्हें इनकी परवरिश तथा शादी–विवाह की चिंता खाये जा रही है. ग्रामीण सड़क जाम कर मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की प्रशासन मांग कर रहे थे. थानाध्यक्ष धर्मेद्र कुमार के समझाने–बुझाने पर ग्रामीण शव को अपने गांव ले गये.