* भारत व नेपाल के बीच और बेहतर होंगे संबध
* नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री पहंचे नालंदा
राजगीर (नालंदा) : नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल ने कहा कि भगवान बुद्ध की पावन नगरी, राजगीर अत्यंत ही मनोरम और शांतिप्रिय है. यहां अंतरराष्ट्रीय नालंदा विश्वविद्यालय के स्थापित हो जाने से लोग यहां अध्ययन के लिए आयेंगे. उन्होंने कहा कि भारत और नेपाल के रिश्ते अच्छे हैं, पर और भी बेहतर होंगे. उन्होंने कहा कि नेपाल, भारत का बिल्कुल सटा हुआ पड़ोसी देश है.
हम चाहते हैं कि भारत के विकास का लाभ नेपाल भी ले. उन्होंने कहा कि लुंबनी के नाम पर लुंबनी सर्किट बने और उसके तर्ज पर विकास हो. उनके साथ भारत के राजदूत जयंत प्रसाद, यूनिवर्सिटी ऑफ नालंदा की उपकुलपति डॉ गोपा सबरवाल एवं संबंधित विभागों के कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
पूर्व प्रधानमंत्री श्री माधव ने कहा कि भारत मेरा पड़ोसी देश है. बिहार का पार्ट भी बहुत सटा और करीब है. दोनों देश एक–दूसरे के विकास में सहयोग करें. भारत वर्ष का यह नालंदा राजगीर पूर्व की तरह अपनी गौरव और मर्यादा को हासिल करे. सब कुछ पूर्व की तरह हो . उन्होंने कहा कि पहले यहां संसार से छात्र ज्ञान तप के लिए आते रहते थे. पुन: लोग यहां आयेंगे. नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना की सर्वत्र प्रशंसा है. उन्होंने कहा कि प्राचीन विश्वविद्यालय में दो हजार से अधिक शिक्षक होते थे.
भारत ज्ञान की रोशनी संसार में फैलाया करती थी. मुझे आशा है कि पुन: यह अपने गौरव को प्राप्त करेगी. उन्होंने प्रस्तावित नालंदा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय का निर्माण मॉडल की प्रदर्शनी देखी. उन्होंने कहा कि डिजाइन और लुक अच्छा है. उन्होंने उक्त मॉडल को गहराई से देखा.
डॉ. सबरवाल ने उन्हें बताया कि विश्वविद्यालय का यथाशीघ्र निर्माण कर पढ़ाई आरंभ करने का प्रयास जारी है. उन्होंने कहा कि सब कुछ पूर्व घोषित तिथियों के अनुसार की संपन्न करने का प्रयास किया जा रहा है. ज्ञात हो कि विश्वविद्यालय की चहारदीवारी का निर्माण कार्य हो चुका है. इस मौके पर महेश पटेल, ए.के. मिश्र, परवेज आलम एवं स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे.