प्लस टू उच्च विद्यालय महम्मदपुर में नहीं बन सका इंटर का भवन
बिहारशरीफ : अस्थावां प्रखंड अंतर्गत प्लस टू उच्च विद्यालय महम्मदपुर में शिक्षकों की कमी से इंटरमीडिएट कक्षा के विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही है. इंटरमीडिएट का आधा-अधूरा बना हुआ भवन देख कर विद्यालय के बच्चे निराश हो जाते हैं. विद्यालय में चालू सत्र में ही विभागीय आदेश से विद्यार्थियों का नामांकन शुरू किया गया […]
बिहारशरीफ : अस्थावां प्रखंड अंतर्गत प्लस टू उच्च विद्यालय महम्मदपुर में शिक्षकों की कमी से इंटरमीडिएट कक्षा के विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही है. इंटरमीडिएट का आधा-अधूरा बना हुआ भवन देख कर विद्यालय के बच्चे निराश हो जाते हैं.
विद्यालय में चालू सत्र में ही विभागीय आदेश से विद्यार्थियों का नामांकन शुरू किया गया है. यहां कला और विज्ञान संकायों में अब तक 24 विद्यार्थियों का नामांकन लिया जा चुका है. हालांकि इन नामांकित विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए विभाग द्वारा एक भी शिक्षक उपलब्ध नहीं कराये जाने से बच्चों में घोर निराशा व्याप्त है. विद्यालय की छात्र अंजली कुमारी ने बताया कि यहां नामांकन कराने के बाद विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए सोचना पड़ रहा है. विशेष रूप से विज्ञान संकाय के विद्यार्थी नामांकन के साथ ट्यूशन-कोचिंग संस्थानों में जाना शुरू कर चुके हैं.
सबसे अधिक परेशानी गरीब परिवार के बच्चों को है, जिनके परिजन कोचिंग संस्थानों की महंगी फीस देने में असमर्थ है. उन्होंने बताया कि यहां इंटरमीडिएट की पढ़ाई शुरू होने से आसपास के दर्जनों गांवों के सैकड़ों बच्चों को लाभ मिलता, लेकिन विभागीय उपेक्षा के कारण न भवन बना और न शिक्षक ही मिले इसका सर्वाधिक खामियाजा आसपास के छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है.
माध्यमिक कक्षाओं में भी शिक्षकों का अभाव : विद्यालय के माध्यमिक कक्षाओं में भी शिक्षकों की भारी कमी है. प्रधानाध्यापक समेत कुल पांच शिक्षकों द्वारा विद्यालय में नामांकित लगभग चार सौ विद्यार्थियों को पढ़ाया जा रहा है. विद्यालय के छात्र सुनील कुमार का कहना है कि कई प्रमुख विषयों हिंदी,अंग्रेजी,गणित,समाज अध्ययन आदि विषय के शिक्षक विद्यालय में नहीं है.
इसलिए विद्यालय के बच्चों की पढ़ाई पूर्ण रूप से ट्यूशन तथा कोचिंग संस्थानों पर निर्भर हो कर रह गयी है.
गल्र्स कॉमन रूम में चल रहा पुस्तकालय तथा प्रयोगशाला : भवन के अभाव में विद्यालय का प्रयोगशाला तथा पुस्तकालय लड़कियों के कॉमन रूम में चल रहा है. इससे विद्यालय की छात्राओं को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.
विद्यालय की छात्र सिंटू कुमारी ने बताया कि कमरों के अभाव से विद्यालय की लड़कियों को भारी कठिनाई हो रही है. विद्यालय में मात्र 04 कमरों में 400 विद्यार्थियों को बैठना पड़ रहा है. इससे विद्यार्थियों के साथ-साथ पढ़ाने वाले शिक्षकों को भी कठिनाई होती है. विद्यालय भवन की चहारदीवारी टूटी रहने से जहां विद्यालय में मौजूद संसाधन सुरक्षित नहीं है, वहीं विद्यालय परिसर में अनचाहे लोगों के प्रवेश से पढ़ाई भी बाधित होती है. विद्यालय के पास बड़ा खेल का मैदान भी उपलब्ध है, लेकिन इसकी चहारदीवारी नहीं रहने से दिन भर यहां मवेशियों और ग्रामीणों का जमावड़ा लगा रहता है.
क्या कहते हैं प्राचार्य :
‘‘विभाग को कई बार भवन तथा शिक्षकों की कमी के संबंध में लिखने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई में समस्याएं आ रही है.’’
– बाल मुकुंद प्रसाद, प्राचार्य, प्लस टू उच्च विद्यालय महम्मदपुर, अस्थावां
विद्यालय में मौजूद सुविधाएं :
भवन- इंटरमीडिएट का भवन अधूरा, माध्यमिक में 5 कमरे
बिजली- नहीं है.
उपस्कर – अपर्याप्त
शौचालय – 4
पेयजल – 2 चापाकल
खेल का मैदान – है.
चहारदीवारी – नहीं है
प्रयोगशाला – साधारण
पुस्तकालय – साधारण
शिक्षक – इंटरमीडिएट में नहीं, माध्यमिक में 5