Loading election data...

22 करोड़ की योजना स्वीकृत

* उपाध्यक्ष गुट के बहिष्कार के बावजूद हुई आपात बैठक बिहारशरीफ(नालंदा) : जिला पर्षद में उपाध्यक्ष गुट द्वारा बैठक का बहिष्कार करने की घोषणा के बावजूद मंगलवार को जिप की आपात बैठक हुई. बैठक में अध्यक्ष गुट पूरी तरह से हावी रहा. बैठक में कई प्रस्ताव पारित किये गये. बैठक की जानकारी देते हुए सरमेरा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 30, 2013 10:43 PM

* उपाध्यक्ष गुट के बहिष्कार के बावजूद हुई आपात बैठक

बिहारशरीफ(नालंदा) : जिला पर्षद में उपाध्यक्ष गुट द्वारा बैठक का बहिष्कार करने की घोषणा के बावजूद मंगलवार को जिप की आपात बैठक हुई. बैठक में अध्यक्ष गुट पूरी तरह से हावी रहा. बैठक में कई प्रस्ताव पारित किये गये.

बैठक की जानकारी देते हुए सरमेरा पूर्वी के जिला पार्षद ललन सिंह ने बताया कि जिला पर्षद की अध्यक्ष सुनीता देवी की अध्यक्षता में हुई बैठक में वर्ष 2013-14 के लिए बीआरजीएफ में 22 करोड़ 51 लाख रुपये पूरे जिले के लिए स्वीकृति दी गयी. इस योजना में पंचायत समिति और जिला पर्षद के लिए अलगअलग योजना के लिए राशि आवंटित की गयी है.

बैठक में पूर्व के वर्षो की जिला योजनाओं के अंतर्गत अपूर्ण कार्यो को वर्ष 2013-14 की वार्षिक जिला योजना में प्राथमिकता के आधार पर शामिल किया गया है. बैठक में जिला पर्षद अध्यक्ष को योजना चयनित करने के लिए अधिकृत किया गया है. किसी भी क्षेत्र में कोई अनदेखी नहीं की जायेगी. इसके अलावा कुल आवंटित राशि के 10 प्रतिशत खर्च करने के लिए अध्यक्ष को प्रदान किया गया.

उपाध्यक्ष गुट द्वारा इस बैठक के बहिष्कार करने के बाद भी आज की इस बैठक में उपाध्यक्ष गुट के लोग भाग लिये. अध्यक्ष गुट की मंशा यह नहीं है कि मुख्यमंत्री के गृह जिले में विकास कार्य में बाधक बने. बैठक में जिले के बीडीओ द्वारा नयी योजना की राशि को पुरानी योजना में खर्च कर देने की शिकायतें मिलती रहती हैं और यह एक तरह से वित्तीय अनियमितता है. इस संबंध में जिला उपविकास आयुक्त को बीडीओ की मनमानी के बारे में अवगत कराया जा चुका है.

उदाहरणस्वरूप थरथरी प्रखंड के कचहरिया गांव मे तालाब की सीढ़ी निर्माण योजना की स्वीकृति वर्ष 2008-09 में मिली थी, लेकिन इसकी राशि का भुगतान वर्ष 2011-12 की योजना की राशि से कर दिया गया. बैठक में यह भी मुद्दा उठा कि चंडी प्रखंड के हबीबुल्ला चक कचलपुरा गांव में चापाकल गाड़ा ही नहीं गया और उसकी राशि मुखिया द्वारा निकल ली गयी.

चंडी प्रखंड के गंगौंरा पंचायत में चापाकल नहीं गाड़े जाने के कई मामले प्रकाश में आये हैं,जिसकी जांच होने पर बहुत बड़े घोटाले का परदाफाश हो सकता है. इस बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सह उप विकास आयुक्त बी. कार्तिके के अलावा इसलामपुर पूर्वी के जिला पार्षद रितेष गांधी,कतरीसराय के जिला पार्षद तपेंद्र सिंह,सरमेरा पश्चिम के बबलू सिंह,हरनौत पश्चिम की जिला पार्षद रिक्कु देवी,वेन जिला पार्षद अजय चौहान,एकंगरसराय के जिला पार्षद विजय विश्वकर्मा अस्थावां की जिला पार्षद कंचन देवी,गिरियक की जिला पार्षद ममता कुमारी एवं राजगीर की जिला पार्षद मुन्नी देवी सहित कई जिला पार्षद उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version