नालंदा ज्ञान की धरती : राजीव
नालंदा : इस्लामपुर के जदयू विधायक राजीव रंजन ने बुधवार को एकंगरसराय प्रखंड जदयू के नये कार्यालय का विधिवत उद्घाटन करने के बाद एकंगरसराय व इस्लामपुर के प्रखंड अध्यक्ष क्रमश: मनोरमा देवी व मो तनवीर आलम को कार्यालय संचालन के लिए ढ़ाई–ढ़ाई हजार रुपये की राशि प्रदान की. विधायक ने कहा कि नालंदा पिछले ढ़ाई […]
नालंदा : इस्लामपुर के जदयू विधायक राजीव रंजन ने बुधवार को एकंगरसराय प्रखंड जदयू के नये कार्यालय का विधिवत उद्घाटन करने के बाद एकंगरसराय व इस्लामपुर के प्रखंड अध्यक्ष क्रमश: मनोरमा देवी व मो तनवीर आलम को कार्यालय संचालन के लिए ढ़ाई–ढ़ाई हजार रुपये की राशि प्रदान की.
विधायक ने कहा कि नालंदा पिछले ढ़ाई हजार वर्षो से ज्ञान की धरती रही है. उन्होंने कहा कि एनडीए-2 के सत्ता में आने के लिए विधानसभा चुनाव के दौरान जदयू व भाजपा में सहमति बनी थी कि तीन विषयों क्रमश: नीतीश मुख्यमंत्री होंगे, दोनों पार्टी न्याय के साथ विकास का कार्य करेंगे व सभी जाति एवं वर्ग को लेकर चलेंगे. इन तीन साझा कार्यक्रम के बदौलत ही एनडीए-2 ने वर्ष 1952 के रिकॉर्ड को ध्वस्त करते हुए 85 प्रतिशत सीट पर कब्जा जमाया था.
श्री रंजन ने कहा कि नीतीश जी पिछले एक वर्ष से भाजपा से इस बात पर चर्चा कर रहे थे कि प्रधानमंत्री ऐसा हो, जो सभी वर्ग को साथ ले कर चले, लेकिन भाजपा ने इस विषय को दरकिनार करते हुए प्रधानमंत्री पद के लिए ऐसे व्यक्ति को आगे कर ताना–वाना बुनने लगी, जो सभी वर्ग को साथ लेकर चलने में सक्षम नहीं है. इन्हीं कारणों के कारण 17 वर्ष पुरानी गंठबंधन टूटा.
विधायक ने कहा कि पिछले साढ़े सात वर्षो के दौरान ऐसा कोई बड़ी घटना नहीं घटी थी, जिसमें साजिश की बू आती हो, लेकिन 19 जून के बाद से एक साजिश के तहत सरकार को बदनाम करने के उद्देश्य से बड़ी–बड़ी घटना को अंजाम दिया जा रहा है. इनमें बगहा गोली कांड, बोधगया कांड, मशरक कांड, चापाकल में जहर मिलाने का मामला है. श्री रंजन ने कहा कि भाजपा व राजद दोनों एकजुट होकर यह साजिश करने में लगे हैं, कि किस तरह नीतीश जी को बदनाम किया जा सके, लेकिन ये दोनों दल अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पायेंगे.
बिहार की जनता देख रही है कि मशरख में 23 बच्चों की मौत व अन्य के इलाज में सहयोग करने के बजाय अपने राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के लिए छपरा बंद का संयुक्त कार्यक्रम चलाया, जिससे पीड़ित के परिजनों, राहत कार्य व जांच में लगे टीम को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा.
इस अवसर पर जदयू के जिला उपाध्यक्ष विनोद प्रसाद, विनय सिंह, महासचिव सुभाष कुमार सिन्हा, संजय सिंह, मनोरमा देवी, मो तनवीर आलम, राम प्यारे प्रसाद, सर्वेश प्रसाद, वीरेंद्र ‘मुन्ना’, संजय कुमार, ममता देवी, पिंकी देवी, अनिल कुमार, सतीश कुमार, राजेश सिंह, कैप्टन मनीष, गौरी शंकर, ललन सिंह, अखिलेश प्रसाद, टिंकू कुमार, विजेंद्र कुशवाहा, दिलीप कुमार, डॉ अवधेश प्रसाद, रामानुज प्रसाद आदि उपस्थित थे.