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शहर की बड़ी आबादी के सूख रहे हलक

* कहीं नियमित जलापूर्ति नहीं, तो कहीं जलापूर्ति केंद्र की मोटर जली बिहारशरीफ (नालंदा) : शहर की करीब साढ़े तीन लाख की आबादी में से एक बड़ी आबादी इन दिनों पेयजल के लिए तरस रही है. कहीं नियमित रूप से पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही है, तो कहीं पेयजलापूर्ति केंद्र का मोटर जल गया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2013 12:26 AM

* कहीं नियमित जलापूर्ति नहीं, तो कहीं जलापूर्ति केंद्र की मोटर जली

बिहारशरीफ (नालंदा) : शहर की करीब साढ़े तीन लाख की आबादी में से एक बड़ी आबादी इन दिनों पेयजल के लिए तरस रही है. कहीं नियमित रूप से पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही है, तो कहीं पेयजलापूर्ति केंद्र का मोटर जल गया है, तो कहीं जलापूर्ति केंद्र की पाइप में खराबी गयी है. इन समस्याओं से जहां शहरवासी परेशान हो आंदोलनरत हैं, वहीं पीएचइडी की चिंता काफी बढ़ गयी है.

शहर के नाला रोड स्थित नव निर्मित जलापूर्ति केंद्र का पहले तो मोटर जल गया और काफी मशक्कत के बाद विभाग द्वारा दूसरे मोटर की व्यवस्था की गयी, तो जलापूर्ति करनेवाले पाइप ने जवाब दे दिया है. शिवपुरी मुहल्लों के खलिहान पर स्थित पेयजलापूर्ति का मोटर भी जला पड़ा है. शिवपुरी, गांधीनगर, पटेल नगर, नालंदा कॉलोनी, शिवाजी नगर, शिक्षक कॉलोनी सहित कई अन्य मुहल्लों के लोगों को पिछले 10 दिन से पेयजल को लेकर रात की नींद उड़ी हुई है.

इन मुहल्लों में फिलहाल पीएचइडी द्वारा टैंकर से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है, लेकिन इससे मुहल्ले वासियों को किसी तरह पीने का पानी, तो मिल जा रहा है, लेकिन उनकी दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित हो गयी है.

* डेरा खाली कर रहे लोग

10 दिन से पेयजल के लिए जूझ रहे लोग परेशान होकर इन मोहल्लों से डेरा खाली करने लगे हैं. किराये पर रहनेवाले लोग दूसरे मुहल्लों में अपना आशियाना खोजने लगे हैं. पूरी तरह पीएचइडी के पेयजलापूर्ति पर आश्रित इन मुहल्लों के लोग फिलहाल पीएचइडी की कृपा पर आश्रित होकर रह गये हैं.

इधर शहर के सिंगारहाट, छोटी पहाड़ी, मंसूर नगर, बड़ी पहाड़ी आदि मोहल्लों में कई माह से नियमित रूप से पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही है. इस कारण इन मोहल्लों के लोग काफी दिनों से आंदोलनरत हैं. पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण इन मोहल्लों में अधिक गहराई वाले चापाकल गाड़ा नहीं जा सकता है.

मुहल्ले में स्थित कुछ कम गहरे कुओं के सहारे इन मोहल्लों के लोगों की दिनचर्या चल रही है. पेयजल के लिए इन मुहल्लों के लोग रात भर जाग कर पेयजल आपूर्ति होने के आस में बैठे रहते हैं. इन मुहल्लों के लोगों द्वारा अब तक कई बार पीएचइडी कार्यालय का घेराव किया जा चुका है, लेकिन नतीजा नहीं निकल सका है.

* इन मुहल्लों में जलसंकट

शिवपुरी, गांधीनगर, पटेल नगर, नालंदा कॉलोनी, शिवाजी नगर, शिक्षक कॉलोनी, रेहट पर, सिंगारहाट, छोटी पहाड़ी, मंसूर नगर, बड़ी पहाड़ी आदि.

– शिवपुरी मोहल्ले में स्थित दो पेयजलापूर्ति केंद्रों के मोटर में खराबी जाने से यह स्थिति पैदा हुई है. नाला रोड स्थित जलापूर्ति केंद्र का मोटर बदला गया है, लेकिन अब पाइप में शिकायत गयी है. इन जलापूर्ति केंद्र से पेयजल की आपूर्ति होने वाले क्षेत्रों में फिलहाल टैंकर के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है. बड़ी पहाड़ी, मंसूर नगर मोहल्लों की जल समस्या को देखते हुए बड़ी पहाड़ी के पश्चिम एनएच 31 के उस पार बोरिंग के लिए टेंडर हो चुका है.

बीके श्रीवास्तव, कार्यपालक अभियंता पीएचइडी

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