बिहारशरीफ (नालंदा) : इस माह में स्थानीय किसान कॉलेज कई उपलब्धियां हासिल करेगा. यहां के प्राचार्य डॉ वीपी विद्यार्थी के निरंतर प्रयास से किसान कॉलेज नये लुक में दिखने लगेगा. इस कॉलेज में अब जहां इंडोर स्टेडियम, अत्याधुनिक लाइब्रेरी, सेमिनार कक्ष और कॉन्फ्रेंस हॉल होंगे, वहीं छात्राओं के लिए गर्ल्स हॉस्टल की भी व्यवस्था होगी.
वहीं, कॉलेज का अपना भव्य मुख्य द्वार भी होगा. यह सब कुछ अगस्त माह तक बन कर तैयार हो जायेगा. इसका उद्घाटन उच्च शिक्षा निदेशक सीताराम सिंह व मगध विश्वविद्यालय के कुलपति करेंगे. कॉलेज के प्राचार्य अपने कार्यकाल में कॉलेज को बहुत कुछ दिया, जो हमेशा यादगार रहेगा. वे अपने कार्यकाल में कॉलेज के उन सारी जरूरतों को पूरा किया, जो कॉलेज को चाहिए.
उन्होंने बताया कि कॉलेज के सभी 17 विभागों को फ्रीज, वाटर कूल, टीवी, इंटरनेट सुविधा युक्त कंप्यूटर से सुसज्जित कर दिया गया है. वहीं 54.5 लाख की लागत से इंडोर स्टेडियम का निर्माण पूर्ण होने के करीब है.
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की राशि से जहां प्रशासनिक भवन के दूसरे तल्ले पर भवन, प्रशासनिक भवन का जीर्णोद्धार व मुख्य द्वार का निर्माण किया गया है, जबकि यूजीसी की राशि से इंडोर स्टेडियम, गर्ल्स हॉस्टल, सेमिनार हॉल, लाइब्रेरी, गर्ल्स कॉमन रूम, डे केयर सेंटर का निर्माण हो रहा है.
उन्होंने बताया कि कॉलेज के स्थापना की स्वर्ण जयंती पर यूजीसी ने कॉलेज के मुख्य द्वार के लिए पांच लाख रुपये आवंटित किये थे. इसी प्रकार स्वर्ण जयंती के तहत 54 लाख की लागत से सेमिनार हॉल, 3.5 लाख की लागत से कॉलेज की चहारीदवारी का निर्माण किया जा रहा है. इसके अलावा कॉलेज के संसाधन, खिड़की दरवाजे की मरम्मती के लिए भी यूजीसी ने राशि आवंटित की है, जिससे कॉलेज में मरम्मती का कार्य चल रहा है.
उन्होंने बताया कि नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार ने भी अपने मद से कॉलेज में पीसीसी ढलाई के लिए आठ लाख रुपये मुहैया कराया है. डॉ विद्यार्थी ने बताया कि डे केयर सेंटर यूनिट के निर्माण करने का उद्देश्य यह है कि यहां कॉलेज के वैसे कर्मचारी जो पति–पत्नी और बच्चों के साथ रहते हैं, उनके बच्चों को यहां मनोरंजन के साधन उपलब्ध कराया जायेगा.
उन्होंने बताया कि कॉलेज परिसर में अलग से बैंक कार्यालय के भवन भी बनाये जा रहे हैं, जिसमें नालंदा सेंट्रल बैंक को स्थानांतरित किया जायेगा. पहले कॉलेज के अंदर में बैंक रहने से परीक्षा के दौरान ग्राहकों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती थी.