बिहारशरीफ (नालंदा) : प्रेम व भाईचारे का प्रतीक मुसलमान भाइयों का पवित्र त्योहार ईद–उल–फितर शुक्रवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस अवसर पर जिले के सभी मसजिदों व ईदकाहों में ईद की विशेष नमाज अदा कर अमन–चैन की दुआ मांगी गयी. नये वस्त्र धारण कर मुसलमान भाइयों ने गले मिल एक–दूसरे को मुबारकबाद दी. ईद के कारण सभी मुसलिम मुहल्लों में गुलजार रहा.
शहर के कई स्थानों पर ईद मिलन समारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर सभी लोगों ने विशेष पकवान का लुत्फ उठाया. ईद मिलन समारोहों में बड़ी संख्या में हिंदू भाई भी शामिल हुए और एक–दूसरे के गले मिल ईद की मुबारकबाद दी. स्थानीय बड़ी दरगाह, भराव मुहल्ले में मसजिद, पुलपर स्थित जामा मसजिद, सिंगारहाट, सोहसराय, इमादपुर सहित शहर के अन्य ईदगाहों व मसजिदों में ईद की विशेष नमाज अदा करनेवालों की काफी भीड़ देखी गयी.
* दुख–सुख बांटने की खुशी
पुलपर स्थित जामा मसजिद के इमाम कारी तैयब अखलाकी बताते है कि ईद का पवित्र पर्व पूरी दुनिया में भाईचारे का पैगाम लेकर आती है. रमजान मुबारक महीने के रोजे की भूख और प्यास के अदभूत एहसास के बाद ईद खाने व खिलाने का दिन होता है. इस दिन पूरे समाज में खुशी की लहर होती है. बच्चे–बूढ़े और जवान सभी नये–नये वस्त्र में सजे एक–दूसरे के गले मिल कर ईद की पाक मुबारकबाद देते हैं. सबसे ज्यादा खुशी बच्चों में होती है. इस ईद का मुसलमान भाई साल भर बेसब्री से इंतजार करते हैं.
* जाने व आने के अलग रास्ते
नमाजी इस दिन ईदगाहों व मसजिदों में नमाज पढ़ते हैं. इस दिन की खास रवायत यह है कि नमाजी एक रास्ते से नमाज पढ़ने जाते हैं, तो दूसरे रास्ते से घर वापस आते हैं. यह इसलिए किया जाता है कि लोग एक–दूसरे से अधिक–से–अधिक मिल–जुल सके और आपस में भाईचारा बांट सकें. कोई दुखी या जरूरतमंद हो, तो उसकी मदद कर ईद की खुशियों में उसे भी शामिल कर सकें.
यह कोशिश रहती है कि उनका करीबी, जानकार, आस–पड़ोस का कोई भी व्यक्ति इस खुशी से वंचित न रह जाये, जो लोग गरीब हैं, कमजोर हैं, किसी कारण से कार्य करने में असमर्थ हैं, उनके लिए इसलाम में जकात और फितरे का इंतजाम रहता है. जिससे कि वे लोग पैसे की वजह से इस खुशी के मौके पर खुशी से वंचित न रह जाएं.
* ईद की खुशी सभी के लिए
जो लोग गमजदा हैं, उनके जख्मों पर मरहम लगाने की कोशिश की जाएं और उन्हें यह बताने व समझाने का प्रयास किया जाये कि ईद की खुशी केवल उनके लिए नहीं, बल्कि सभी के लिए है. ईद की यह खुशी केवल इसलाम मनानेवालों के लिए हीं नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए हैं. इसलाम की इस भावना के मद्देनजर यह जरूरी हो जाता है कि ईद की नमाज के बाद सभी लोग उन घरों में जाएं, जिनके सगे–संबंधी, रिश्तेदार, भाई–बंधु उनसे बिछड़ गये हों.
ईद–उल–फितर रोजे का अंत
ईद का चांद दिखने के बाद सेवई व मिठाई से मुंह मीठा करने व ईद मिलाप की बारी है. ईद का चांद दिखने के साथ ही मुसलमानों के रोजे का महीना रमजान मुबारक समाप्त हो जाता है. रमजान इसलामी कैलेंडर का नौवां महीना है. रोजा शुरू होते ही ईद की तैयारियां भी शुरू हो जाती है. लोग धार्मिक चीजों के अलावा नये कपड़े, गहने और जूते खरीदते हैं.
* चांद रात का विशेष महत्व
भारत व पाकिस्तान में रोजे का अंतिम रात ही ईद का जश्न शुरू हो जाता है. इसे चांद रात भी कहा जाता है. लोग चांद दिखते हीं दोस्तों एवं रिश्तेदारों को बधाई देने लगते हैं. औरतें मेंहदी हाथों में सजाती हैं.
एकंगरसराय प्रतिनिधि के अनुसार मुसलिम धर्मावलंबियों की महान ईद पर्व पर शुक्रवार को एकंगरसराय, इस्लामपुर रोड, नवीगंज एवं बिहारी रोड में स्थित जामा मसजिद में मुसिलम समुदाय के लोगों ने नमाज अदा की. नमाज अदा करने के बाद लोगों ने ईद मिलन समारोह का आयोजन कर एक–दूसरे को गले से गले मिला कर ईद का मुबारकबाद दी.
इस मौके पर प्रखंड राजद अध्यक्ष विनोद यादव, रामेश्वर पहलवान, शत्रुधन मालाकार, अनिल कुमार, निरंजन कुमार, सत्येंद्र रविदास, रवींद्र प्रकाश, प्रमोद सिंह आदि दर्जनों हिंदु समुदाय के लोगों ने नवाज अदा कर मुसलिम समुदाय के लोगों से गले मिला कर ईद का मुबारकबाद दी. वही, मसजिद कमेटी कमेटी के सेकरेट्री मो मुसलम, मो अरशद अली, मो आबिद हुसैन, जमाल खां, डॉ गया सुद्दीन, मो इरफान आदि लोगों ने आये अतिथियों का भव्य स्वागत किया.
इस मौके पर सीओ रणधीर कुमार, बीडीओ भुवनेश्वर प्रसाद, थानाध्यक्ष सिंधु शेखर सिंह ने प्रखंड क्षेत्र में शांतिपूर्ण माहौल में ईद पर्व संपन्न होने पर क्षेत्र के लोगों को हार्दिक बधाई दी है. प्रखंड मुख्यालय समेत कई जगहों पर मुसलिम समुदाय के द्वारा ईद मिलन समारोह का आयोजन किया गया. इसमें सभी जाति धर्म के लोगों ने आपसी भाईचारे के साथ गले से गले मिला कर एक–दूसरे को ईद का मुबारकबाद दिये और आये हुए अतिथियों को दूध लच्छा समेत अन्य प्रकार के भोजन कराया गया.
इस मिलन समारोह में मो फिरोज, मो अफरोज, मो आबिद हुसैन, जमाल खां, डॉ ग्यासुद्दीन, मो इरफान आदिल, बड़े मियां, मो मुसलिम, अरसद अली, जहांगीर, मो रॉयल आदि दर्जनों मुसलिम समुदाय के लोगों द्वारा इस इस मिलन समारोह में आये अतिथियों का भव्य स्वागत किया गया. ईद को लेकर बाजारों में काफी चहल–पहल देखी गयी. वहीं, सीओ रणधीर कुमार, बीडीओ भुवनेश्वर प्रसाद, थानाध्यक्ष सिंधु शेखर सिंह ने सशस्त्र बलों के साथ मसजिदों एवं बाजारों पर पैनी नजर रखे हुये थे. इस्लामपुर प्रतिनिधि के अनुसार स्थानीय बाजार में ईद–उल–फितर का पर्व हर्ष व उल्लास के साथ संपन्न हो गया.
इस अवसर पर इस्लामपुर के ईदगाह में काफी संख्या में मुसलमान भाइयों ने ईद की नमाज अदा की. एक–दूसरे के गले मिल ईद की मुबारक दी. स्थानों पर ईद मिलन समारोह का आयोजन किया गया. स्थानीय मलविगहा, खानकाह आदि मसजिदों में नमाजियों ने ई की नमाज अदा की. राजगीर प्रतिनिधि के अनुसार चांद के दीदार के बाद आज सुबह साढ़े आठ बजे इस क्षेत्र के सैकड़ों रोजेदारों ने ईदगाह में नमाज पढ़ी और अल्लाह की इबादत की. नमाज को ले मकदूम कुंड के सचिव मो. आफताब आलम ने ईदगाह को साफ–सफाई करा इबादत के लिए संपूर्ण परिसर में कारपेट बिछवाई थी.
वहीं इबादतियों की सुरक्षा में स्थानीय पुलिस प्रमुख ने सुरक्षा का प्रबंध किया था. दारोगा प्रियेश तथा मुन्ना कुमार को प्रतिनियुक्त किया गया था. नमाज पढ़ने के पूर्व कुरान की जानकार ने लोगों को रमजान की अहमियत और उसके महत्व बतायें. मो आफताब आलम ने बताया कि रमजान में इनसानियत की मुराद होती है. यह रहम और बरकत का माह है. आज रमजान के अंत में ईद की नमाज अदा कर लोग अपने इष्ट मित्रों, समाज तथा देश की उन्नति–तरक्की की दुआ करते हैं.
इस मौके पर मो एहतेशाम मल्लिक, मो मुन्ना मल्लिक, रफीक खान, मो स्टीफन, मो काफिल उर्फ बाबा, वकील खान सहित क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ईद की नमाज अदा की. सिलाव प्रतिनिधि के अनुसार ईद के मौके पर मुसलिम भाइयों ने एक–दूसरे से गले मिल कर ईद की मुबारकबाद दी. हैदरगंज कड़ाह में ईद मिलन समारोह काफी भव्य रहा. महिला, बच्चे, बुजुर्ग व जवान सभी एक–दूसरे से गले मिल रहे थे. स्थानीय मसजिद में ईद की विशेष नमाज अदा की गई. पनहेसा, सबैत, करियन्ना, भुई, सीमा, कहटा, बेलौवा आदि गांव में हर्षोल्लास के साथ ईद का पवित्र पर्व मनाया गया.
वेन प्रतिनिधि के अनुसार बरकतों का महीना रमजान को लेकर एक महीने रोजा रखनेवालों में गुरुवार को ईद का चांद होते ही खुशी की लहर दौड़ पड़ी. चांद दिखते ही लोग एक–दूसरे को मुबारक बाद देने लगे और बाजारों में जम कर खरीदारी की गयी. वहीं, शुक्रवार को ईद पर लोगों ने एक–दूसरे को आमंत्रित भी किया.
ईद के मौके पर वेन के मसजिद में काफी चहलकदमी देखा गया. आस–पास के मुसलमान भाइयों ने भी काफी संख्या में वेन के मसजिद में नमाज अदा कर एक–दूसरे से गले मिल मुबारकबाद दी. ईद को लेकर युवाओं एवं बच्चों तथा महिलाओं में काफी उत्साह देखा गया.
* जदयू नेता के घर पर ईद मिलन
जदयू के वरिष्ठ नेता मो.अरशद के काशी तकिया घर स्थित शुक्रवार को ईद मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मौके पर विधान पार्षद हीरा बिंद सहित पार्टी के कई वरीय नेता, पत्रकार व शहर के गण्यमान्य लोगों ने शिरकत की. जदयू नेता मो अरशद ने कहा कि ईद आपसी भाईचारे व प्रेम का त्योहार है. उन्होंने ईद की बधाई दी है.