एनएच पर शराब की अवैध बिक्री जोरों पर
बिहारशरीफ (नालंदा) : दारू की कीमत भले ही थोड़ी कड़क हो, लेकिन इसके गडकने वाले कम नहीं है. इन दिनों एनएच 31 पर स्थित ढाबों में वैद्य शराब की अवैध बिक्री का खेल जम कर हो रहा है. इस ओर उत्पाद विभाग भी ध्यान नहीं दे रहा है. इस संबंध में संबंधित अधिकारी से पूछे […]
बिहारशरीफ (नालंदा) : दारू की कीमत भले ही थोड़ी कड़क हो, लेकिन इसके गडकने वाले कम नहीं है. इन दिनों एनएच 31 पर स्थित ढाबों में वैद्य शराब की अवैध बिक्री का खेल जम कर हो रहा है.
इस ओर उत्पाद विभाग भी ध्यान नहीं दे रहा है. इस संबंध में संबंधित अधिकारी से पूछे जाने पर पर किसी ठोस उत्तर के बदले अवैध बिक्री नहीं होने की बात बतायी जाती है. एक माह पूर्व उत्पाद विभाग द्वारा सारे–सरमेरा क्षेत्र में स्थित एक ढाबे से एक लीटर के लगभग एक बीयर की भरी बोतल बरामद भी किया था. राष्ट्रीय राज मार्ग के कुछ ढाबों की बात छोड़ दें, तो लगभग सभी ढाबों पर शराब की अवैध बिक्री धड़ल्ले से जारी है.
कई तो ऐसे भी ढाबे हैं, जहां बोर्ड पर बड़े–बड़े शब्दों में लिखा है कि शराब पीना मना है. जिले में प्रति माह लगभग 5.19 लाख एलपी लीटर देसी शराब की खपत, 82 हजार लीटर विदेशी व 1.89 लाख बल्ख लीटर बीयर की खपत प्रति माह है. यह आकड़े उत्पाद विभाग का है.
क्या कहते हैं उत्पाद निरीक्षक
पूछे जाने पर सीधे तौर पर ढाबों पर शराब बेचे जाने की बात को खारिज करते हुए उत्पाद निरीक्षक विपिन कुमार कहा कि किसी निबंधित दुकान से शराब खरीद कर लोग ढाबों या होटलों में पी सकते हैं. उन्होंने इस संबंध में विशेष छापेमारी अभियान चलाने की बात कही है.