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स्कूलों को बनाएं बच्चों का बेस्ट प्लेस

बिहारशरीफ (नालंदा) : स्थानीय हरदेव भवन में शुक्रवार को डीएम कुंदन कुमार ने बैठक कर शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिले में जितने भी विद्यालय निर्माणाधीन हैं, उसे 15 सितंबर से पहले अवश्य पूरा कर लें. भवन निर्माण में गुणवत्तापूर्ण कार्य हो, इस बात का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 24, 2013 12:47 AM

बिहारशरीफ (नालंदा) : स्थानीय हरदेव भवन में शुक्रवार को डीएम कुंदन कुमार ने बैठक कर शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिले में जितने भी विद्यालय निर्माणाधीन हैं, उसे 15 सितंबर से पहले अवश्य पूरा कर लें. भवन निर्माण में गुणवत्तापूर्ण कार्य हो, इस बात का ख्याल रखना जरूरी है. उन्होंने कहा कि भवन निर्माण से आधारभूत संरचना का निर्माण होता है. क्योंकि इसका उपयोग लंबी अवधि तक किया जायेगा. उन्होंने विद्यालयों को आकर्षक बनाने का निर्देश देते हुए कहा कि स्कूलों को बच्चों के लिए बेस्ट प्लेस बनाया जाना चाहिए. विद्यालय परिसर में निर्मित शौचालयों की सफाई पर बल देते हुए डीएम ने कहा कि अधिकांश विद्यालयों में बने शौचालय में पड़ी गंदगी के कारण छात्र-छात्राएं इसका उपयोग नहीं करते हैं. शौचालयों की नियमित रूप से सफाई सुनिश्चित किया जाये, जिससे छात्र-छात्राएं इनका उपयोग कर सकें. विद्यालय परिसर की भी सफाई पर जोर देते हुए इसे और आकर्षक बनाने पर बल दिया. डीएम ने कहा कि भ्रमण के दौरान पर कई जगह विद्यालय चहारदीवारी होने के बावजूद परिसर बेतरतीब देखने को मिला. उन्होंने विद्यालय परिसर के सौंदर्यीकरण पर जोर दिया. सभी निरीक्षी अधिकारियों को निर्देश दिया कि इसके लिए वे शिक्षकों को प्रेरित करें तथा उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दें. स्कूलों में 15 से 30 अगस्त तक चलाये जा रहे विशेष नामांकन अभियान का विशेष रूप से प्रचार-प्रसार करने पर बल देते हुए डीएम ने इस कार्य में जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों की सहभागिता पर जोर दिया. उन्होंने अधिकारियों से विद्यालय के बाहर के बच्चों को विद्यालय में नामांकन कराने में भरपूर प्रयास करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि कोई भी बच्चा विद्यालय से बाहर नहीं रहे, इस बात का ध्यान रखें. विद्यालयों में बच्चों के फर्जी नामांकन को रोकने पर बल देते हुए डीएम ने इसके लिए शिक्षकों को जागरूक करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि शिक्षकों को यह बताना होगा कि फर्जी नामांकन से विद्यालय के निरीक्षण के दौरान गलत संदेश जाता है. जाली नामांकन किसी के हित में नहीं है. जो अभिभावक जाली नामांकन करने पर जोर देते हैं, उन्हें अच्छी तरह से समझाना जरूरी है. डीएम ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि अक्तूबर माह से 75 फीसदी उपस्थिति वाले बच्चों को ही सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाये. समीक्षा बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी देवशील, डीपीओ अशोक कुमार सिंह, रवि कुमार सिंह, पूनम सिन्हा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.

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