नाराज छात्राओं ने फेंका भोजन

मध्याह्न् भोजन में निकले कीड़े, एचएम से की शिकायत मध्याह्न् भोजन की आपूर्ति एकता शक्ति फाउंडेशन द्वारा की जाती है : एचएम बिहारशरीफ (नालंदा) : स्थानीय कन्या प्राथमिक विद्यालय, चौखंडी पर मंगलवार को मध्याह्न् भोजन में कीड़े मिलने के बाद विद्यालय की छात्राओं ने खाना फेंक दिया. उन्होंने इस प्रकार के खाने पर आपत्ति जताते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 1, 2015 5:51 AM
मध्याह्न् भोजन में निकले कीड़े, एचएम से की शिकायत
मध्याह्न् भोजन की आपूर्ति एकता शक्ति फाउंडेशन द्वारा की जाती है : एचएम
बिहारशरीफ (नालंदा) : स्थानीय कन्या प्राथमिक विद्यालय, चौखंडी पर मंगलवार को मध्याह्न् भोजन में कीड़े मिलने के बाद विद्यालय की छात्राओं ने खाना फेंक दिया. उन्होंने इस प्रकार के खाने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि इस प्रकार के खाना खाने से अच्छा है भूखे रहना. विद्यालय की छात्राएं कीड़े मिलने से बुरी तरह भयभीत दिखीं.
इस संबंध में वर्ग चार की छात्र भारती कुमारी तथा वर्ग पांच की छात्र जूही कुमारी ने बताया कि खाना खाने के दौरान भोजन में कीड़े मिले. अन्य छात्राओं से इसकी पुष्टि करने के उपरांत उन्होंने प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार से इसकी शिकायत की.
बाद में सभी छात्राओं ने अपना भोजन फेंक दिया. इस संबंध में विद्यालय के प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार ने कहा कि मध्याह्न् भोजन की आपूर्ति एकता शक्ति फाउंडेशन द्वारा की जाती है. बच्चों द्वारा पूर्व में भी खाने की गुणवत्ता संबंधी शिकायतें की जा रही हैं. बच्चे अक्सर दबाव में खाना खा लेते हैं.
उन्होंने कहा कि मध्याह्न् भोजन में कीड़े की शिकायत जिला पदाधिकारी से की जायेगी. इधर एकता शक्ति फाउंडेशन के मैनेजर अरविंद कुमार ने पूछे पर बताया कि किचन शेड में अक्सर दवा का छिड़काव किया जाता है, लेकिन मौसम में बदलाव के कारण कहीं से कीड़ा आ गया होगा. मौके पर पहुंचे बीआरपी मनोज मालाकार ने कहा कि एकता शक्ति फाउंडेशन केंद्रीकृत किचन शेड है. यहां हमेशा सावधानीपूर्वक जांच-पड़ताल होते रहना आवश्यक है. सवाल नन्हे-मुóो बच्चों के जीवन का है.
जिले में पूर्व में भी हुई हैं इस प्रकार की घटनाएं
मध्याह्न् भोजन में कीड़े तथा छिपकली निकलने की बात जिले में नयी नहीं है. इसके पूर्व भी बिहारशरीफ की छोटी पहाड़ी स्थित विद्यालय तथा चंडी प्रखंड में इस प्रकार की घटनाएं घटी है. अस्थावां प्रखंड के कस्तूरबा विद्यालय की 42 छात्राएं लगभग तीन वर्ष पूर्व छिपकली मरे भोजन खाने से बीमार हुई थीं, जिनका इलाज रेफरल अस्पताल अस्थावां तथा सदर अस्पताल बिहारशरीफ में कराया गया था.
बच्चों के जीवन से खिलवाड़
बिहार राज्य अराजपत्रित शिक्षक संघ के अध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा एवं सचिव दिलीप कुमार ने उक्त घटना पर तीसरी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना बच्चों के जीवन से खिलवाड़ करना है. आखिर अबोध बच्चों के भोजन पर कड़ी निगरानी क्यों नहीं रखी जाती है. इस प्रकार की लापरवाही से कभी कोई बड़ी घटना घट सकती है और लोग हाथ मलते रह जायेंगे.

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