भैंसासुर एक्सचेंज रोड ने लिया झील का रूप
बिहारशरीफ (नालंदा) : पिछले दो दिनों से रुक -रुक कर हो रही बारिश से जहां किसानों को राहत मिली है वहीं शहर नरक में तब्दील हो जाने से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. इस बारिश के बाद जिन किसानों के पास धान के बिचड़े बचे हुए थे, उन किसानों ने धान की रोपनी का कार्य शुरू कर दिया है. जिला कृषि कार्यालय से प्राप्त आंकड़े के अनुसार अब तक 206.7 मि. मीटर बारिश हुई है, जबकि अब तक सामान्य वर्षापात 264.5 मि. मीटर होना चाहिए था. अभी भी अगस्त माह में सामान्य वर्षापात से 57.8 मि. मीटर कम बारिश हुई है. इस बारिश से धान की रोपनी प्रतिशत बढ़ गया है. जिले में इस वर्ष 1.28 लाख हेक्टेयर भूमि में धान की रोपनी का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. अब तक जिले में 70 फीसदी यानी 89 हजार 661 हेक्टेयर में धान की रोपनी की जा सकी है. जिला कृषि पदाधिकारी एस.के. जयपुरियार ने बताया कि जिन खेतों में धान का आच्छादन नहीं किया जा सका है, उन खेतों में तोरिया का बीज लगाने के लिए किसानों को प्रेरित किया जा रहा है. जिले में 10 हजार हेक्टेयर में तोरिया लगाये जाने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए जिले को 500 क्विंटल तोरिया का बीज उपलब्ध कराया गया है. प्रखंडवार शिविर लगा कर किसानों को तोरिया का बीज वितरण के लिए प्रखंडवार शिविर की तिथि निर्धारित कर दी गयी है.
बारिश से शहर में जलजमाव
इस बारिश ने शहर वासियों के लिए परेशानी पैदा कर दी है. जगह-जगह पर जलजमाव की स्थिति पैदा हो गयी है. बारिश में नालियों का पानी सड़क पर बहने से सड़कें कीचड़मयी हो गयी है, जिस पर पैदल चलना मुश्किल हो गया है. कूड़ों के ढेर से स्थिति विकराल हो गयी है. शहर के भैंसासुर स्थित एक्सचेंज रोड में बीच सड़क पर पानी जमा हो जाने से वाहनों के साथ-साथ पैदल चलने वाले यात्रियों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है.
बारिश के कारण टेलीफोन एक्सचेंज कार्यालय में पानी जमा हो गया है. भराव पर मोड़ के पास, पोस्टऑफिस मोड़, खंदक पर, बाजार समिति सहित शहर के कई मोहल्लों में जलजमाव से झील का सा दृश्य देखने को मिल रहा है.