सतत प्रयास व कड़ी मेहनत से अरुण को मिली सफलता
बिहारशरीफ : सफलता किसी की थाति नहीं होती है. असफलता से घबराये बिना कड़ी मेहनत,सतत प्रसास व जज्बा से हर कोई सफल हो सकता है.फतुहा थाने में एसआइ के पद पर तैनात जिले के रहुई प्रखंड के रिनहुली निवासी रामहरि यादव के पुत्र अरुण कुमार ने बीपीएससी की परीक्षा में 391वां रैंक प्राप्त कर अपने […]
बिहारशरीफ : सफलता किसी की थाति नहीं होती है. असफलता से घबराये बिना कड़ी मेहनत,सतत प्रसास व जज्बा से हर कोई सफल हो सकता है.फतुहा थाने में एसआइ के पद पर तैनात जिले के रहुई प्रखंड के रिनहुली निवासी रामहरि यादव के पुत्र अरुण कुमार ने बीपीएससी की परीक्षा में 391वां रैंक प्राप्त कर अपने परिवार के साथ–साथ क्षेत्र का नाम रोशन किया है.अरुण को प्रोबेशन ऑफिसर के पद के लिए चयनित किया गया है.
मैट्रिक की परीक्षा 1998 में रोसड़ा हाइस्कूल, रोसड़ा से पास करने के बाद अरुण ने इंटर से लेकर स्नातकोत्तर तक की पढ़ाई पटना विश्वविद्यालय से की. 2006 में भुगोल विषय के साथ स्नातकोत्तर करने के बाद 2007 में अरुण ने नेट–जेआरएफ की परीक्षा पास की. इसके बाद अपने चाचा सच्चिदानंद सिंह उर्फ दारा सिंह (पूर्व मुखिया,पैठना पंचायत) व कई घनिष्ठ मित्रों के उत्साहवर्धन से बीपीएससी की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी.
अरुण को पहले प्रयास में सफलता नहीं मिली. लेकिन,परिवार व अपने शुभेच्छु के निर्बाध हौसले ने दूसरे प्रयास में सफलता दिला दी. अपने बेटे की इस सफलता पर पिता रामहरि यादव व माता मीना देवी काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि अरुण बचपन से ही काफी मेधावी रहा है. वहीं बीपीएससी में सफलता के बाद भी अरुण ने अपनी शैक्षणिक गतिविधियों को जारी रखने का मन बनाया है.
यूपीएससी की तैयारी के लिए अपने शिक्षकों व मित्रों के लगातार मिल रहे बुलंद हौसले से इस परीक्षा में भी सफलता की सशक्त उम्मीद अरुण ने अपने मन में सहेजा है.