फिर कांपी धरती, मचा कोहराम
सवा घंटे में रुक-रुक कर आये भूकंप के छह झटके मंगलवार की दोपहर एक बार फिर से धरती कांप उठी. एकाएक धरती हिलने से चारों ओर कोहराम मच गया.लोग घर, ऑफिस व दुकानों को छोड़ खुले की ओर दौड़ पड़े. लोगों की जेहन में गत दिनों आये भूकंप की यादें ताजा हो गयीं. लगातार एक […]
सवा घंटे में रुक-रुक कर आये भूकंप के छह झटके
मंगलवार की दोपहर एक बार फिर से धरती कांप उठी. एकाएक धरती हिलने से चारों ओर कोहराम मच गया.लोग घर, ऑफिस व दुकानों को छोड़ खुले की ओर दौड़ पड़े. लोगों की जेहन में गत दिनों आये भूकंप की यादें ताजा हो गयीं. लगातार एक के बाद एक आये इस भूकंप के झटके से लोगों में दहशत पैदा हो गया. लोग घंटों घर व ऑफिस से बाहर खुले में रहने को विवश हो गये. डीएम ने भूकंप के बाद कलेक्ट्रेट को बंद कर कर्मियों को घर जाने का आदेश दे दिया. आपदा प्रबंधन की टीमें जिले में नुकसान का जायजा लेने में जुट गयीं.
बिहारशरीफ (नालंदा) : मंगलवार की भरी दोपहरी में जब लोग अलसाये मूड में थे, भूकंप के कई झटकों ने उन्हें बेचैन कर दिया. बच्चे स्कूल से घर लौट रहे थे.
अभिभावक अपने बच्चों के घर लौटने की राह ही देख रहे थे कि भूकंप के झटके से चारों ओर अफरा-तफरी मच गयी. एक मंजिला मकान से लेकर बहुमंजिले मकान, दुकान, ऑफिस व अन्य प्रतिष्ठानों के लोग सब कुछ छोड़ कर बाहर की ओर भागे.
इस अफरा-तफरी में लोग अपने घर, दुकान को खुला छोड़ जान बचाने के लिए भाग खड़े हुए. जिन लोगों के बच्चे स्कूलों से नहीं लौटे थे, वे अपने बच्चों का हाल जानने के लिए परेशान दिखे. स्थानीय शिवपुरी मोहल्ले में दुकान पर बैठी एक महिला अपने बाल बच्चों को जल्दी बाहर निकलने के लिए चिल्ला-चिल्ला कर कह रही थी. भरावपुर स्थित अजीत सुपर मार्केट के सभी दुकानदार अपनी दुकानें छोड़ कर सड़क पर आ गये.
पांचवीं तले पर किराये पर रहनेवाली महिला सुधा देवी की स्थिति ऐसी हो गयी कि वहां अपने डेरा जाने से न सिर्फ कतरा रही थी, बल्कि अपने पति व बच्चों को भी वहां जाने से मना कर रही थी. सुधा देवी ने बताया कि वह पांचवीं तल्ले की छत पर सूखने के लिए दिये गये कपड़ों को उतार रही थी. इसी दौरान भूकंप आ गया. ऐसा लगा मानो कोई मकान को जोर-जोर से हिला रहा है.
स्थानीय पुलपर के संकीर्ण रास्ते पर भूकंप से बचने के लिए भागे लोगों के जमा हो जाने से घंटों जाम लगा रहा. वहीं पहाड़ी, रांची रोड, मोगलकुआं, सोहसराय, खंदकपर, नई सराय, चौकपर, सभी जगह अफरा -तफरी की स्थिति रही. सड़कों पर एकाएक भीड़ उमड़ पड़ी. छोटे बच्चे से लेकर जवान व बुजुर्ग सभी स्त्री पुरुष घरों को छोड़ सड़क पर निकल आये. स्थानीय श्रम कल्याण केंद्र मैदान, सुभाष पार्क, गांधी पार्क में लोगों की भीड़ जमा हो गयी.
दरकीं कई मकानों की दीवारें : एक के बाद एक आये भूकंप के झटके से किसी के जिले में हताहत होने की सूचना अब तक नहीं मिली है. लेकिन कई मकानों व ऑफिसों की दीवारों में दरारें आ गयी हैं.
नूरसराय प्रखंड के रसलपुर गांव निवासी छोटे साव की खपरैलनुमा मकान भूकंप के झटके में गिर गया. स्थानीय किसान कॉलेज के तीन चार कमरों की दीवारों में दरार आ गयीं. बेन के भातू बिगहा निवासी बलराम सिंह व दवाई बिगहा गांव के छोटे लाल के मकान की दीवार फट गयी. इसके अलावा प्राथमिक विद्यालय, प्रदुम्न बिगहा व एसडीएफसी बैंक भवन की दीवार में भी दरारें आ गयीं. इस्लामपुर के खोरमपुर निवासी संजय कुमार एवं दुकानदार निवासी इंद्रदेव चंद्रवंशी का मकान फट गया.
परीक्षा छोड़ भागे परीक्षार्थी : मंगलवार को शहर के कॉलेजों में बीए पार्ट थ्री की अंतिम परीक्षा चल रही थी. इसी दौरान भूकंप आने से कई परीक्षा केंद्रों में अफरा-तफरी मच गयी.
परीक्षा केंद्र में बैठे विद्यार्थी परीक्षा व कॉपी छोड़ कर भागने लगे. वीक्षक का कार्य कर रहे शिक्षक भी जाने बचाने की होड़ में अपनी ड्यूटी छोड़ भाग खड़े हुए. यह सिलसिला दो तीन बार तक चलता रहा. किसान कॉलेज, नालंदा कॉलेज, एसपीएम कॉलेज सहित अन्य कॉलेजों में यह नजारा दिखा.
सरकारी डॉक्टरों की छुट्टी रद्द : भूकंप को देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी डॉक्टरों की छुट्टी रद्द कर दी है. जिले के सभी अस्पतालों व पीएचसी में एंबुलेंस को तैनात रखने का आदेश दिया गया है. सिविल सजर्न ने पीएचसी के प्रभारियों को सभी प्रकार की जीवनरक्षक दवाओं की व्यवस्था रखने को कहा है.
रात में खुले रहें पार्क व मैदान
भूकंप को देखते हुए शहर के सभी पार्को को रात में खुला रखने का निर्देश दिया गया है. इसकी जानकारी देते हुए नगर आयुक्त डॉ त्याग राजन ने बताया कि सुभाष पार्क, अनुग्रह पार्क के अलावा श्रम कल्याण केंद्र का मैदान, सोगरा स्कूल का मैदान, नालंदा कॉलेज, नालंदा महिला कॉलेज आदि खुला रहेगा.
इन जगहों पर बिजली, पानी व सुरक्षा की व्यवस्था की जा रही है. रात में लोगों को मच्छर से परेशानी न हो. इस बात को ध्यान में रख कर इन जगहों पर फॉगिंग मशीनों से छिड़काव किया जा रहा है.