करेंट लगने से दो युवकों की मौत
आठ दिन से गिरा हुआ था बिजली का तार बिजली आज जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है. इसका उपयोग सही ढंग से किया जाये, तो हम काफी आसानी से जिंदगी आसान बना सकते हैं. तार-पोल के रखरखाव पर ध्यान न दिया गया तो यह उतना ही नुकसानदायक हो सकता है. जैसा हिलसा के सोहरा […]
आठ दिन से गिरा हुआ था बिजली का तार
बिजली आज जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है. इसका उपयोग सही ढंग से किया जाये, तो हम काफी आसानी से जिंदगी आसान बना सकते हैं. तार-पोल के रखरखाव पर ध्यान न दिया गया तो यह उतना ही नुकसानदायक हो सकता है. जैसा हिलसा के सोहरा गांव में हुआ है.
सूचना देने के बाद भी तार को नहीं कराया गया था ठीक
घटना के समय शौच करने जा रहे थे दोनों युवक
हिलसा (नालंदा) : बिजली विभाग की लापरवाही से दो युवकों की करेंट लगने से मौत हो गयी. घटना बुधवार की रात सोहरा गांव में हुई. पांच दिन के अंदर करेंट लगने से यह तीसरी मौत है. विभागीय अधिकारी अगर पिछली घटना के बाद सचेत हो जाते, शायद यह घटना नहीं होती.
सोहरा गांव के खंदा में 11 हजार वोल्ट के तार गिरने की सूचना विभागीय अधिकारी को कई बार दी गयी थी. इसके बाद भी आठ दिन झूल रहे तार को नहीं ताना गया, जिसकी चपेट में रंजीत और सुजीत आ गये.
पांच दिन पहले भी मरा था एक युवक : 13 जून को भी हिलसा शहर के राममूर्ति नगर के पास झूल रहे बिजली के तार की चपेट में आने से थाना क्षेत्र के रेड़ी गांव निवासी अंशु कुमार (10) की मौत हो गयी थी.
घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने विभाग की लापरवाही विरोध में हिलसा-फतुहा मार्ग को चार घंटों तक जाम कर हंगामा किया था. विधायक के आश्वासन पर लोगों का गुस्सा शांत हुआ था. इतना होने के बाद भी अगर विभाग के अधिकारी या कर्मी सजग हो जाते तो फिर बुधवार की रात दो युवकों की मौत नहीं होती.