बिहारशरीफ (नालंदा)
सदर अस्पताल के एएनएम छात्रवास की छात्रओं के साथ वहां के एक कर्मचारी द्वारा उत्पीड़न करने का मामला प्रकाश में आया है. इस बाबत वहां की छात्रओं द्वारा नालंदा के सिविल सर्जन डॉ जवाहर खां के समक्ष एक लिखित शिकायत भी दर्ज करायी गयी है. दर्ज शिकायत में एएनएम छात्रवास के एक क्लर्क पर कई गंभीर आरोप लगाये गये हैं. मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी पलका साहनी ने इसकी जांच के आदेश दिये हैं. सिविल सर्जन ने दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही है. मीडिया के समक्ष यह मामला बुधवार को तब प्रकाश में आया, जब छात्रवास की दो छात्र इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती करायी गयीं. बताया जाता है कि छात्र पिछले तीन दिनों से भूख हड़ताल पर चली गयी थीं. वहीं, सिविल सर्जन ने पत्रकारों को बताया कि छात्रओं द्वारा दिये आवेदन में बताया गया है कि एएनएम छात्रवास का एक क्लर्क वहां की दो छात्रओं को लैब में बुला कर उनके साथ र्दुव्यवहार किया एवं उनके फोटो भी खींचे. इस बात से दुखी छात्रओं द्वारा कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गयी. सीएस ने बताया कि पूरे मामले की जांच करायी जा रही है. छात्रवास का एक ट्रेनर रवि दायमा पर माहौल को खराब बनाने की बात सीएस द्वारा बतायी गयी है. छात्रओं की ओर से सीएस को दिये आवेदन में बताया गया है कि उक्त कर्मचारी द्वारा सभी लड़कियों को गलत नजर से देखा जाता है. एएनएम छात्रवास की कई छात्रओं ने बताया कि आरोपित क्लर्क को एक साजिश के तहत भगा दिया गया है.
छात्रओं ने बताया कि प्रशासन उक्त क्लर्क पर ठोस कार्रवाई नहीं करती है, तो सभी छात्रएं अनिश्चितकालीन के लिए भूख हड़ताल पर चली जायेंगी. इधर, डीएम के आदेश के बाद बुधवार को एक जांच टीम का गठन किया गया है, जांच प्रतिनिधि बुधवार को पीड़ित छात्रओं से मिल कर उनकी आपबीती सुनी. सभी तथ्यों की एक विस्तृत रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जायेगी.