हड़ताल का व्यापक असर
* मांगों के समर्थन में बंद रहीं दवा दुकानेंबिहारशरीफ (नालंदा) : मांगों के समर्थन में दवा विक्रेताओं की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का जिले में व्यापक असर रहा. इस दौरान जिले की अधिकतर दवा दुकानें बंद रहीं. हालांकि बिहार केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन के निर्देश पर सदर अस्पताल के पास स्थित तीन दुकानें जनहित में खुली रखी […]
* मांगों के समर्थन में बंद रहीं दवा दुकानें
बिहारशरीफ (नालंदा) : मांगों के समर्थन में दवा विक्रेताओं की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का जिले में व्यापक असर रहा. इस दौरान जिले की अधिकतर दवा दुकानें बंद रहीं. हालांकि बिहार केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन के निर्देश पर सदर अस्पताल के पास स्थित तीन दुकानें जनहित में खुली रखी गयीं.
इस दौरान पुलपर स्थित करीम मार्केट में जिला औषधि विक्रेता संघ के तत्वावधान में दवा विक्रेताओं की बैठक कर हड़ताल के कारणों पर विस्तार से चर्चा करते हुए मांगों की पूर्ति के लिए एकजुट होकर संघर्ष करने पर जोर दिया गया. संघ के अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार ने कहा कि दवा व्यवसाय में विदेशी पूंजी निवेश से स्थानीय दवा व्यवसायी प्रभावित होंगे, इसलिए एफडीआइ का पुरजोर विरोध किया जायेगा.
उन्होंने बताया कि संघ की अन्य प्रमुख मांगों में रिटेल दुकानों में फार्मासिस्ट की अनिवार्यता समाप्त करना, अन्यायपूर्ण प्रस्तावित दवा कानून में संशोधन में सुधार करना, बढ़ती हुई महंगाई के मद्देनजर नयी दवा नीति में दवा विक्रेताओं का मुनाफा यथावत रखने तथा जीवन रक्षक दवाओं की कीमतों में कमी लाने तथा पेटेंट के नाम पर बुहराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा अत्याधिक कीमत लेने पर रोक लगाने आदि शामिल हैं. इस मौके पर संघ के सचिव अजय कुमार गुप्ता सहित दर्जनों दवा विक्रेता मौजूद थे.
वहीं चंडी के स्थानीय बाजार स्थित दवा की दुकानें शुक्रवार को बंद रहीं. औषधि विक्रेता के अध्यक्ष ब्रज बिहारी प्रसाद, सचिव अरविंद कुमार ने बताया कि मांगों को लेकर दवा दुकानदारों द्वारा यह बंदी की गयी, जो पूर्णत: सफल रही है. इधर,इस्लामपुर में एफडीआइ के विरोध में इस्लामपुर की सभी दवा दुकानें शुक्रवार को बंद रहीं.